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तूफान की तबाही का नहीं मिला अब तक मुआवजा, बारिश के मंजर से जख्म हो गए हरे

किसान संघ ने किया बारिश प्रभावित क्षेत्रों का दौरा, मुआवजे की सरकार से की मांग

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आगरा

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Dhirendra yadav

Jul 30, 2018

kisan

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आगरा। बारिश ने जमकर तबाही मचाई है, जिससे कई किसान पूरी तरह बर्बाद हो गए। आज किसान संघ नेता ने बारिश प्रभावित ग्रामीण क्षेत्रों का दौरा किया। किसान संघ के पदाधिकारी गांव सरसा पहुंचे, यहां मृतक रविन्द्र के परिवार को सांत्वना दी। एसडीएम से वर्ता करके आर्थिक सहयाता की मांग की। किसानों ने श्री चाहर से 11 अप्रैल को तूफान से हुऐ नुकसान का मुआवजा दिलाने की भी मांग की। इस पर किसान नेता मोहन सिंह चाहर ने कहा कि शासन से आये रुपयों को जब तक किसानों के खाते में नहीं पहुंचवा दूंगा, तब तक अधिकारियों को चैन से नहीं बैठने दिया जाएगा।


इन गांव का किया दौरा
भारतीय किसान संघ के नेता मोहन सिंह चाहर ने प्रतिनिधि मण्डल के साथ किरावली क्षेत्र के सरसा, अरहेरा, बाकन्दा, घड़ी नन्दू, सहित कई गांव का दौरा कर वर्षा से धान बाजरा सहित अन्य फसलों में हुऐ नुकसान का निरीक्षण किया। किसान नेता मोहन सिंह चाहर ने सरसा में फसल में नुकसान एवं आर्थिक तंगी से डिप्रेशन मे आये किसान रविन्द्र चाहर द्वारा आत्महत्या किये जाने पर पीड़ित परिवार को सांत्वना दी और अभी तक प्रशासन द्वारा मृतक परिवार को आर्थिक सहयता न देने पर कड़ी नाराजगी जताते हुऐ एसडीएम किरावली गरिमा सिंह से कहा कि मृतक परिवार पर खाने के लिये एक दाना भी नहीं है, परिवार भूंखा सो रहा है। तत्काल मृतक परिवार को परिवारिक लाभ योजना की धन राशि उपलब्ध करायी जाये और मुख्यमंत्री कोष से 5 लाख रुपये की आर्थिक सहयाता दिलायी जाये ।

नहीं मिला तूफान की तबाही का मुआवजा
किसानों ने मोहन सिंह चाहर से कहा कि 11 अप्रैल को आये तूफान से गेहूं आदि फसलें नष्ट हो गईं थीं, उनका मुआवजा दिलाया जाए। इस पर किसान नेता मोहन सिंह चाहर ने कहा है कि तीन महीने पूर्व ही शासन से किसानों के लिये मुआवजे के रूप में 52.59 करोड रुपये मिल चुका हैं, लेकिन प्रशासनिक लापरवाही के कारण किसानों को ये रकम नहीं मिली है। बीमा राशि भी अभी तक नहीं मिली है। श्री चाहर ने एंलान किया है कि शासन से आये रुपयों को जब तक किसानों के खाते में नहीं पहुंचवा देंगे, तब तक अधिकारियों को चैन से नहीं बैठने देंगे। श्रीचाहर के साथ रामवीर चाहर, सतीस चन्द्र, हमवीर सिंह ,चन्दन सिंह, पुष्पेन्द्र चाहर आदि मौजूद थे।