अलीगढ़ के टप्पल थाना क्षेत्र के बूढ़ा गांव में 30 मई को एक बच्ची खेलते हुए लापता हो गई थी। 31 मई को बच्ची की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज हुई। 2 जून को बच्ची की लाश कूड़े के ढेर में मिली। शव को कुत्तों का झुंड नोंच रहा था। तेज दुर्गंध आ रही थी। बच्ची की आंखें बाहर निकली हुई थीं और हाथ शरीर से अलग पड़ा था। मासूम की बरामदगी में हुई देरी की वजह से उसके परिजनों ने अन्य लोगों के साथ मिलकर स्थानीय प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन किया। 4 जून को पुलिस ने जाहिद और असलम नामक दो आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा। बच्ची के शव को देखकर पहली बार में लगा कि उसके साथ दरिंदगी हुई है। हालांकि पुलिस का कहना है कि बच्ची का रेप नहीं हुआ है। 6 जून को मामला सोशल मीडिया पर ट्रोल हुआ, देशभर की प्रतिक्रियाओं ने जोर पकड़ा। इसके बाद देर रात एसएसपी आकाश कुलहरि ने तत्कालीन इंस्पेक्टर टप्पल, तीन दारोगा व एक सिपाही को निलंबित किया। 7 जून को एसआइटी जांच के साथ आरोपितों पर एनएसए व पॉक्सो एक्ट में कार्रवाई की घोषणा की गई।