रंगमंच का लोकार्पण चढ़ा विवाद की भेंट, सभापति व उपसभापति के बीच तनातनी
आगराPublished: Feb 20, 2016 12:52:00 pm
उपसभापति बोले- सभापति परिपक्व, सलाह की नहीं समझी जरूरतसभापति का जवाब- साथ थे ही कब, एक साल से झेल रही हूं विरोध
यहां सूचना केन्द्र के पास स्थित हरिदेव जोशी रंगमंच का लोकार्पण समारोह शुक्रवार को राजनीति व विरोध प्रदर्शन की भेंट चढ़ गया। कांग्रेस पार्षदों ने जहां लोकार्पण के औचित्य पर सवाल खड़े किए वहीं कई भाजपा पार्षदों ने सभापति की ओर से सलाह नहीं लेने का आरोप लगाते हुए कार्यक्रम का ही बहिष्कार कर दिया। उपसभापति महावीर बोहरा यह कहने से भी नहीं चूके कि सभापति एक वर्ष में इतनी परिपक्व हो गई है कि अब उन्हें पार्षदों से सलाह-मशविरा करने की आवश्यकता भी नहीं रह गई। हालांकि सभापति मंजूबाला के अनुसार कार्यक्रम से एक दिन पूर्व उपसभापति के साथ ही रंगमंच का अवलोकन किया था। पार्षदों व अन्य कार्यकर्ताओं को फोन कर सूचना देने की जिम्मेदारी भी उपसभापति की तय हुई थी।
कांग्रेसी भी बरसे
कांग्रेस पार्षदों ने प्रभारी मंत्री जीतमल खांट व विधायक धनसिंह रावत को आड़े हाथों लिया कि अब तक रंगमंच में कई कार्यक्रम हो गए हैं। ऐसे में लोकार्पण की आवश्यकता कहां हुई। लोकार्पण मुख्यमंत्री को करना था। इस पर मंत्री जीतमल खांट ने कहा कि वे स्वयं भी मुख्यमंत्री के प्रतिनिधि के नाते यहां मौजूद हैं। कांग्रेस पार्षद देवबाला राठौड़, सीता डामोर सहित अन्य पार्षदों ने काफी देर मंत्री को घेरे रखा और विरोध किया। यह विरोध कार्यक्रम के शुरू होने से समाप्त होते तक जारी रहा। इसके बाद पार्षदों ने माही महोत्सव को लेकर भी नाराजगी जाहिर की। उनका कहना था कि जो महोत्सव जिस माही के नाम से मनाया जा रहा है। वह माही नदी पूर्व मुख्यमंत्री हरिदेव जोशी की देन थी। इसके बावजूद महोत्सव के किसी कार्ड या बैनर पर उनकी फोटो नहीं है।
कौन सच्चा, कौन झूठा
फोन पर दी सूचना
नगरपरिषद उपसभापति महावीर बोहरा ने कहा कि हमारी सभापति एक वर्ष में इतनी परिपक्व हो गई है कि उन्हें पार्षदों से सलाह की जरुरत नहीं है। रंगमंच लोकार्पण की सूचना मुझे गुरुवार को दोपहर तीन बजे मोबाइल पर दी। ऐसे में मैं और भाजपा के बीस अन्य पार्षद लोकार्पण समारोह में नहीं गए।
कल दिनभर साथ घूमे
नगरपरिषद सभापति मंजूबाला पुरोहित ने बताया कि उपसभापति झूठ बोल रहे हैं। कल रंगमंच का अवलोकन दोनों ने साथ ही किया था। कल ही हम दोनों में तय हो गया था कि पार्षदों व कार्यकर्ताओं को उपसभापति फोन कर सूचना देंगे। महिलाओं को मैं सूचना दूंगी। वैसे भी विरोध करने वाले साथ ही कब थे।