10 दिसंबर 2025,

बुधवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

राज्यपाल और मुख्यमंत्री के आने की तैयारियों के बीच कुलपति का हो रहा विरोध

एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने घेरी कुलपति की कार, गाड़ी के सामने लेट गए कार्यकर्ता

less than 1 minute read
Google source verification

आगरा

image

Abhishek Saxena

Sep 18, 2018

education

ये है डॉ.भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय का हाल, नंबर बढ़वाने के लिए दलालों का वीडियो वायरल

आगरा। डॉ.भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय में 25 सितम्बर को पंडित दीनदयाल उपाध्याय की प्रतिमा का अनावरण प्रस्तावित है। इसके लिए राज्यपाल रामनाईक और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आगरा में आएंगे। लेकिन, विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ.अरविंद दीक्षित का विरोध बढ़ता जा रहा है। मंगलवार को एनएसयूआई कार्यकर्ताओं को पुलिस और सुरक्षा कर्मियों ने पीट दिया। एनएसयूआई कार्यकर्ता विश्वविद्यालय मेकी भगवा रंग की अंकतालिका और भगवा कुर्सियों का विरोध कर रहे थे। कार्यकर्ता कुलपति डॉ. अरविंद दीक्षित की गाड़ी के सामने बैठ गए। हटाने के लिए पुलिस ने बल प्रयोग किया। कार्यकर्ता नहीं हटे तो लाठियां भांजी गई।

एनएसयूआई कार्यकर्ताओं को लेकर आए थाने
मंगलवार को एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने पालीवाल पार्क स्थित कुलपति डॉ. अरविंद दीक्षित के कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया। कुलपति डॉ. अरविंद दीक्षित अपनी गाड़ी से जाने लगे तो कार्यकर्ता उनकी गाड़ी के सामने लेट गए। सुरक्षाकर्मियों और पुलिस ने लाठियों से कार्यकर्ताओं को पीटा और खींच कर गाड़ी में बिठाकर थाने ले गए। बता दें कि इन दिनों विश्वविद्यालय में डॉ.अरविंद दीक्षित के खिलाफ कई तरह के विरोध हो रहे हैं। विगत दिवस कुलपति के खिलाफ पोस्टर चस्पा किए गए। इन आपत्तिजनक पोस्टर में कुलपति को कानपुर का लल्ला आगरा में आकर बन गया दल्ला लिखा गया है। पोस्टर में शैक्षिक गुणवत्ता लेकर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए गए हैं। इस मामले में कुलपति डॉ.अरविंद दीक्षित का कहना है कि विवि में दलाली कर रहे अराजक तत्व परेशान हैं, वे ऐसी हरकत कर रहे हैं।

डॉ. भीमराव आंबेडकर विवि के कुलपति डॉ. अरविंद दीक्षित ने ये कहा
डॉ. भीमराव आंबेडकर विवि के कुलपति डॉ. अरविंद दीक्षित का कहना है कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय की मूर्ति शासन लगा रहा है। पुस्तकालय हाईटेक हो चुका है। मार्कशीट का रंग और महापुरुषों की जयंती मनाना भगवाकरण है तो मानते रहें। वहीं राज्यपाल और मुख्यमंत्री के कार्यक्रम के लिए वे तैयारियों का जायजा ले रहे हैं।