
fake IAS officer
आगरा। शिक्षा विभाग से सेवानिवृत्त अधिकारी की बेटी से सगाई करने पहुंचे फर्जी आईएएस अधिकारी को न्यू आगरा पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। वह खुद को पांडिचेरी के लेफ्टिनेंट गवर्नर का ओएसडी बता रहा था। पुलिस द्वारा सख्ती से पूछताछ की गई, तो उसने गमाया के वह बीएससी करने के बाद सिविल सर्विसेज की तैयारी कर रहा था, जिसमें सफलता न होने पर दहेज से उसने करोड़ों रुपये कमाने के लिए फर्जी आईएएस अधिकारी की कहानी रची।
सेवानिवृत्त अधिकारी के बेटी को फंसाया
फर्ज़ी आईएएस अधिकारी बनकर इस शख्स ने आगरा के रिटायर अधिकारी की बेटी को जाल में फंसा लिया। ये अधिकारी न्यू आगरा क्षेत्र में रहते हैं। उनकी बेटी पीएचडी है। उन्होंने अपनी बेटी की शादी के लिए मेट्रीमोनियल साइट पर प्रोफाइल डाला था, इसके बाद से उनके पास कॉल आने लगे। मई में उनके पास गाज़ीपुर निवासी डॉ. मंजीत राज ने खुद को आईएएस बताते हुए फोन से संपर्क किया। उसने अपनी पोस्टिंग पांडिचेरी के लेफ्टिनेंट गवर्नर के ओएसडी के पद पर बताई।
उलझा लिए अधिकारी
बेटी के रिश्ते से पहले रिटायर अधिकारी डॉ. मंजीत के गांव गाजीपुर गए। वहां भी उन्हें सभी ने बताया कि मंजीत आईएएस अधिकारी हैं। उन्होंने मंजीत की फेसबुक प्रोफाइल भी चेक की, इसमें संसद भवन समेत अन्य महत्वपूर्ण स्थानों पर उसके फ़ोटो पोस्ट थे। इसके बाद उन्होंने रिश्ते की बात की और लड़की वाले बनारस गए। मंजीत राज और उसके परिजनों को एक होटल में बुलाकर रिश्ता 20 मई को बनारस के एक होटल में रिश्ता पक्का करते हुए 4.51 लाख रुपए देकर रोका कर दिया।
दहेज में चार करोड़ की मांग
रिश्ता पक्का होने के बाद आगरा में तीन जून को सगाई होनी थी। शादी के लिए डॉ. मंजीत ने चार करोड़ की दहेज की मांग रखी। इसके बाद रिटायर अधिकारी ने अपने परिजनों को भी आईएएस से बेटी का रिश्ता करने की जानकारी दी। इस पर उन्होंने आईएएस के बारे में जानकारी मांगी कि वह किस बैच का है। इससे पहले कहां कहां रहा है, जिससे उसके बारे में और जानकारी जुटाई जा सके। इसके बाद रिटायर अधिकारी ने मंजीत से उसकी पूर्व की पोस्टिंग और साथी आईएएस अफ़सरों के बारे में पूछा तो वह गुमराह करता रहा।
सगाई से पहले पकड़ा गया
रविवार रात को फर्ज़ी आईएएस डॉ. मंजीत परिवार और दोस्तों को लेकर सगाई करने रिटायर अधिकारी के घर पहुंच गया, उन्होंने पूछताछ की तो डॉ. मंजीत जाल में फंसता चला गया, रिटायर अधिकारी ने पुलिस बुला ली, उसे हिरासत में ले लिया।पुलिस डॉ. मंजीत को थाने ले आई, वह पहले पुलिस को राजनीतिक और आईएएस लॉबी से संबंध बताते हुए गुमराह करने का प्रयास करता रहा। पुलिस के सख्ती दिखाने पर के बाद मंजीत ने कहा कि वह बीएससी है। दिल्ली में सिविल सर्विसेज की तैयारी कर रहा था, वह प्री एग्जाम पास कर चुका है, लेकिन सिविल सर्विसेज में सफल नहीं हो सका, इसके बाद उसने फर्जी आईएएस अफसर बनकर शादी करके करोड़पति बनने की योजना बनाई।
Published on:
04 Jun 2018 01:45 pm
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