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समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव रामजी लाल सुमन के एमजी रोड स्थित आवास के बाहर सुबह से ही सपा कार्यकर्ताओं की भीड़ जुटना शुरू हो गई। कलक्ट्रेट तक मॉब लिंचिंग के विरोध में पैदल मार्च निकालने की तैयारी हो रही थी। इस दौरान पुलिस वहां पहुंच गई। पुलिस को देख सपा कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी शुरू कर दी। पुलिस ने रामजीलाल सुमन के आवास को घेर लिया। इसके बाद सपा राष्ट्रीय महासचिव के साथ तमाम सपा नेताओं और कार्यकर्ताओं की यहां से गिरफ्तारी हुई।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव रामजी लाल सुमन के एमजी रोड स्थित आवास के बाहर सुबह से ही सपा कार्यकर्ताओं की भीड़ जुटना शुरू हो गई। कलक्ट्रेट तक मॉब लिंचिंग के विरोध में पैदल मार्च निकालने की तैयारी हो रही थी। इस दौरान पुलिस वहां पहुंच गई। पुलिस को देख सपा कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी शुरू कर दी। पुलिस ने रामजीलाल सुमन के आवास को घेर लिया। इसके बाद सपा राष्ट्रीय महासचिव के साथ तमाम सपा नेताओं और कार्यकर्ताओं की यहां से गिरफ्तारी हुई।
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राष्ट्रीय महासचिव रामजीलाल सुमन ने कहा कि ये बहुत गंभीर मुद्दा है। सरकार का ध्यान आकर्षित किया है। ये जंगलराज है। चाहे किसी भी मुसलमान या दलित को पीट पीटकर मार डालो। ये जो प्रवृत्ति समाज में है, बहुत खतरनाक है और इस प्रवृत्ति के जो लोग हैं, उनका पोशक कहीं न कहीं आरएसएस है, बजरंगदल है, विश्व हिंदू परिषद है। इसके पीछे एक मानसिकता है। ये बहुत ही गंभीर मामला है। सरकार इस मामले में संवेदनशील नहीं है। न केवल प्रदेश में बल्कि पूरे देश में 80, 90 घटनाएं ऐसी हो चुकी हैं। अगर सरकार गंभीरता के साथ इसका संज्ञान लेती और जो गुनहगार थे उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करती, तो ऐसा करने वालों के लिए एक संदेश चला जाता, लेकिन सरकार मौन है।
राष्ट्रीय महासचिव रामजीलाल सुमन ने कहा कि ये बहुत गंभीर मुद्दा है। सरकार का ध्यान आकर्षित किया है। ये जंगलराज है। चाहे किसी भी मुसलमान या दलित को पीट पीटकर मार डालो। ये जो प्रवृत्ति समाज में है, बहुत खतरनाक है और इस प्रवृत्ति के जो लोग हैं, उनका पोशक कहीं न कहीं आरएसएस है, बजरंगदल है, विश्व हिंदू परिषद है। इसके पीछे एक मानसिकता है। ये बहुत ही गंभीर मामला है। सरकार इस मामले में संवेदनशील नहीं है। न केवल प्रदेश में बल्कि पूरे देश में 80, 90 घटनाएं ऐसी हो चुकी हैं। अगर सरकार गंभीरता के साथ इसका संज्ञान लेती और जो गुनहगार थे उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करती, तो ऐसा करने वालों के लिए एक संदेश चला जाता, लेकिन सरकार मौन है।