जैसलमेर.अरब के रेगिस्तान की मिठास अब पश्चिमी राजस्थान में भी घुलने लगी है। अरब देशो व रेगिस्तान की जलवायु समान होने से टिश्यू कल्चर पद्धति से तैयार खजूर की मिठास राजस्थान के जैसलमेर, बाड़मेर, जोधपुर, गंगानगर, नागौर के साथ अन्य जिलों में भी फैलने लगी है। जैसलमेर जिले के सगरा भोजका में लगाए गए खजूर के उद्यान में टिश्यू कल्चर के पौधे अब उत्पादन देने लगे है। रमजान के महिने में खजूर की पैदावार पककर तैयार होने से रोजेदारों को सस्ते दामों पर खजूर उपलब्ध हो सकेगा, वहीं टेण्डर प्रक्रिया होने के बाद जैसलमेर से हजारों टन खजूर प्रदेश के अन्य हिस्सों में भी अपनी मिठास बिखेरेगी। जानकारों की माने तो इस साल मौसम की प्रतिकूल परिस्थितियों के बाद भी सगरा भोजका के सरकारी फार्म हाउस में 220 टन खजूर का उत्पादन होने की उम्मीद है। उनके अनुसार यहां करीब चार किस्म की खजूर का उत्पादन वर्तमान में हो रहा है, जिसकी बाजार में मांग बहुत अधिक होने से तुड़ाई का ठेका लेने वाला ठेकेदार बड़ा मुनाफा कमा रहा है।