डॉ. भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय से सम्बद्ध कॉलेजों में कृषि की पढ़ाई करने देश भर से विद्यार्थी आते हैं। विशेषकर तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, मध्य प्रदेश जैसे राज्यों के छात्रों की अच्छी-खासी तादाद रहती है। कारण कि इन प्रदेशों में कृषि और वन विभाग में पर्याप्त नौकरियां रहती हैं। कृषि स्नातक और परास्नातकों के लिए इन प्रदेशों में नौकरी की अच्छा संभावनाएं हैं। बीते सालों में आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के तमाम विद्यार्थियों ने आगरा विश्वविद्यालय से कृषि में स्नातक और परास्नातक किया था। विश्वविद्यालय की मार्कशीट/डिग्री के सहारे कृषि विभाग में अधिकारी संवर्ग में नौकरियां पा गए थे।
कराई गई जांच
बताया गया है कि आंध्र प्रदेश सरकार ने इनका विश्वविद्यालय से सत्यापन कराया था। इसमें उनकी मार्कशीट विश्वविद्यालय के चार्टों से मेल नहीं खा रही थीं। अधिकारियों द्वारा लगाई गईं मार्कशीट में बढ़े हुए नंबर थे। यानि साफ ये हुआ कि नौकरी पाने के लिए फर्जीवाड़ा किया गया। गलत मार्कशीट पेश की गईं। विवि से भेजी गई रिपोर्ट के आधार पर आंध्र प्रदेश सरकार ने इन अफसरों को निलंबित कर दिया है। इन्हें विश्वविद्यालय से सम्बद्ध चौ. चरण सिंह शिवदान सिंह कॉलेज इगलास अलीगढ़, आरबीएस कॉलेज आगरा और आरबी कॉलेज टेढ़ी बगिया के नाम पर मार्कशीट जारी की गई थी।
पीआरओ डॉ. गिरजाशंकर शर्मा ने बताया कि आंध्र प्रदेश में विवि की डिग्री पर नौकरी पाए लगभग 60 और अधिकारियों की जांच चल रही है। 40 का सत्यापन करके रिपोर्ट भेज दी गई है। जबकि 20 की भेजी जा रही है। सत्यापन के बाद इनकी मार्कशीट की असलियत का पता चलेगा।
के श्रीकररामापुरम, जिला कडप्पा (चौ. चरण सिंह, शिवदान सिंह कॉलेज इगलास अलीगढ़) के ईश्वर रेड्डी, जिला कडप्पा (चौ. चरण सिंह, शिवदान सिंह कॉलेज इगलास अलीगढ़) अमीर रेड्डी, जिला गुंटूर (आरबीएस कॉलेज बिचपुरी) येलामंडा रेड्डी, जिला गुंटूर (आरबीएस कॉलेज बिचपुरी) एसके अब्दुल रहमान, जिला वेस्ट गोदावरी (आरबी कॉलेज टेढ़ीबगिया) सुधीर, निजाम पट्टम (आरबी कॉलेज टेढ़ी बगिया)।