
Street vendors
आगरा। घर के खाने को वैसे तो सभी प्राथमिकता देते हैं, लेकिन कभी कभी ऐसे हालातों में फंस जाते हैं, कि बाहर खाना ही पड़ता है। हर जगह बड़े होटल या रेस्टारेंट नहीं होते, इसलिए लोग स्ट्रीट वेंडर पर खाने पीने का सामान खरीदते हैं, ऐसे में इनसे सामान खरीदने में सबसे पहले मन में सवाल उठता है, कि ये खाना हाइजीन है, कि नहीं, लेकिन अब आगरा में स्ट्रीट वेंडर आपकी हेल्थ का ख्याल रखेंगे और आपको हाइजेनिक खाना परोसेंगे।
चल रहा जागरुकता कार्यक्रम
नेशनल एसोसिएशन आॅफ स्ट्रीट वेंडर्स आॅफ इंडिया द्वारा स्ट्रीट वेंडर को जागरुक करने के लिए आगरा में अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान के तहत अब तक 800 स्ट्रीट वेंडर को ट्रेनिंग दी जा चुकी है। ट्रेनिंग प्रमुख इमरान ने बताया कि स्ट्रीट वेंडर को बताया जा रहा है कि किस प्रकार वे हाइजेनिक खाना परोसकर अपने व्यवसाय को बढ़ा सकते हैं। इसके साथ ही उन्हें बताया गया है कि नगर निगम में रजिस्ट्रेशन जरूर कराएं। वे अपने अधिकार को भी पहचानें। साथ ही जोर ये भी दिया जा रहा है कि स्ट्रीट वेंडर संगठित होकर काम करें, क्योंकि संगठन में जो ताकत है, वो किसी में नहीं।
एकजुट होने की जरूरत
मुख्य अतिथि के रूप में आए उत्तर प्रदेश ग्रामीण मजदूर संगठन के अध्यक्ष तुलाराम शर्मा ने बताया कि किस प्रकार असंगठित होने से स्ट्रीट वेंडर की आवाज सरकार तक नहीं पहुंच पा रही है। उन्होंने बताया कि एकता में बहुत बड़ी शक्ति है। यदि सभी एक होंगे, तो किसी भी वेंडर का उत्पीड़न नहीं होगा। इस दौरान आयोजक इमरान ने बताया कि एसोसिएशन द्वारा व्हाट्सएप नंबर जारी किए गए हैं, किसी भी प्रकार की समस्या होने पर इन नंबर पर यदि सूचना दी जाती है, तो समस्या समाधान के लिए वरिष्ठ पदाधिकारी उनके साथ मौजूद हो जाएंगे।
बांटे गए एप्रन
इस दौरान इमरान और समाजसेवी तुलराम शर्मा द्वारा इन वेंडर को एप्रन और एसोसिएशन का प्रमाण पत्र दिया गया। इसके साथ ही सभी वेंडर को बताया गया, कि ये सुनिश्चित कर लें, कि प्रत्येक वेंडर का नगर निगम में रजिस्ट्रेशन जरूर होना चाहिए। वहीं तुलाराम शर्मा ने कहा कि वे इन श्रमिकों के लिए प्रयास करेंगे, कि इनका रजिस्ट्रेशन भवन सन्निर्माण कल्याणकार बोर्ड में हो सके, जिससे सरकार की विभिन्न योजनाओं का उन्हें भी लाभ मिल सके।
Published on:
24 Nov 2017 01:54 pm
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