26 दिसंबर 2025,

शुक्रवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

ताज में दफ़न हैं मुमताज के अलावा शाहजहां की तीन और बेगम

लोग यह तो जानते हैं कि ताजमहल में शाहजहां और मुमताज दफन हैं लेकिन क्या आपको पता है कि यहां शाहजहां की तीन और बेगम भी दफन हैं।

3 min read
Google source verification

image

Bhanu Pratap Singh

May 03, 2016

Taj Mahal

Taj Mahal

आगरा।
मोहब्बत की निशानी ताजमहल का नाम जहन में आते ही मुगल शहंशाह शाहजहां और उनकी बेगम मुमताज के प्रेम की प्रतीक खूबसूरत संगमरमरी इमारत की तस्वीर उभरती है। जहां शहंशाह और उनकी बेगम, एक-दूसरे के बगल में दफन हैं। हर रोज हजारों सैलानी ताज के दीदार को आते हैं, लेकिन शायद ही किसी को पता चलता हो कि ताज में तीन और 'मुमताज' भी दफन हैं। शाहजहां की तीन और बेगमों के भी खूबसूरत मकबरे बने हैं। मगर, यहां सैलानियों के कदम कभी नहीं पड़ते।


सैलानियों को नहीं जानकारी

इतिहास के पन्नों की यह हकीकत आज भी सैलानियों की पहुंच से दूर है। दुनिया भर से ताज निहारने वाले आते हैं और केवल मुख्य मकबरा (जहां शहंशाह शाहजहां और मुमताज की कब्रें बनी हैं) को देखकर लौट जाते हैं। उन्हें भी यह भी नहीं पता होता कि शाहजहां की तीन बेगम और थीं। इतिहास के जानकार जरूर इस हकीकत से वाकिफ हैं।


Taj Mahal


पश्चिम गेट पर है फतेहपुरी महल बेगम का मकबरा

ताज के पश्चिमी गेट से प्रवेश करते ही दाईं ओर कोठरियां बनी हुई हैं। इसी इमारत की छत पर फतेहपुरी महल बेगम का मकबरा स्थित है। ये कौन थीं, किसकी बेटीं और शाहजहां से इनका निकाह कब हुआ। इसका ऐतिहासिक अभिलेखों में कोई उल्लेख नहीं हैं। स्मारक के बाहर भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग (एएसआई) ने एक बीजक लगा रखा है। इसके मुताबिक फतेहपुरी महल बेगम, शाहजहां की पत्नी थीं। उन्होंने दिल्ली में एक सराय और चौक का निर्माण कराया। ताज पश्चिमी गेट के सामने बनी फतेहपुरी मस्जिद भी उन्होंने ही बनवाई थी।




पूर्वी गेट पर है बेगम अकबराबादी महल का मकबरा

शाहजहां की एक और बेगम अकबराबादी महल बेगम का मकबरा पूर्वी से प्रवेश करते ही बाईं ओर कोठरियों की छत पर बना है। इन कोठरियों में वर्तमान में केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल का नियंत्रण कक्ष स्थापित है। एएसआई के मुताबिक अकबराबादी महल बेगम का असली नाम इजुन्निसा बेगम था, इन्हें सरहिंदी बेगम भी कहा जाता है। इनके विषय में भी अन्य कोई जानकारी इतिहास में नहीं मिलती। एएसआई के मुताबिक इजुन्निसा बेगम ने दिल्ली के फैज बाजार में एक मस्जिद बनवाई थी। माना जाता है कि इनके मकबरे का निर्माण ताज के निर्माण के साथ ही किया गया था।


Taj Mahal

पूर्वी गेट के बाहर है कंधारी बेगम का मकबरा

शाहजहां की एक और बेगम कंधारी बेगम का मकबरा ताज पूर्वी गेट के बाहर है। इसके सामने ही एक मस्जिद भी बनी है, जिसे काली मस्जिद और संदली मस्जिद भी कहा जाता है। इतिहासकार सईद अहमद मारहेरवी की पुस्तक अकबराबाद मुरक्का के मुताबिक कंधारी बेगम, मिर्जा मुजफ्फर हुसैन की पुत्री थीं। इनका निकाह, शहंशाह के साथ 1610 में हुआ था। यानि मुमताज से पहले वे शाहजहां की बेगम बनी थीं। माना जाता है कि पूर्वी गेट के बाहर बना मकबरा उन्हीं का है। ऐतिहासिक अभिलेखों में इसका कोई जिक्र नहीं। परंतु कुछ इतिहासकार इसी को कंधारी बेगम का मकबरा मानते हैं।

ये भी पढ़ें

image