मोहब्बत की निशानी ताजमहल का नाम जहन में आते ही मुगल शहंशाह शाहजहां और उनकी बेगम मुमताज के प्रेम की प्रतीक खूबसूरत संगमरमरी इमारत की तस्वीर उभरती है। जहां शहंशाह और उनकी बेगम, एक-दूसरे के बगल में दफन हैं। हर रोज हजारों सैलानी ताज के दीदार को आते हैं, लेकिन शायद ही किसी को पता चलता हो कि ताज में तीन और 'मुमताज' भी दफन हैं। शाहजहां की तीन और बेगमों के भी खूबसूरत मकबरे बने हैं। मगर, यहां सैलानियों के कदम कभी नहीं पड़ते।