आगरा की बात करें, तो यह बसपा का गढ़ माना जाता है। बसपा सुप्रीमो मायावती ने आगरा में रैली कर हालांकि अपनी पार्टी को मजबूत बनाने का काम दो माह पहले ही कर लिया था, लेकिन सपा आगरा में ऐसा कोई भी बड़ा आयोजन नहीं कर पाई। सीएम अखिलेश यादव ने यहां से तमाम योजनाओं का शिलान्यास करके, चुनावी माहौल बनाने का काम किया गया, लेकिन सपा के दंगल में उसके प्रत्याशी फंस गए। भाजपा ने तो आगरा में कमल खिलाने के लिए पीएम मोदी की विशाल परिवर्तन रैली कोठी मीना बाजार में कराई, इसके बाद केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी भी आगरा आए, और उन्होंने तमाम योजनाओं का आगराबालों को ख्वाब दिखाकर, भाजपा के पक्ष में माहौल बनाने का काम किया।