
मंत्री असीम अरुण बच्चों के साथ क्लास अटेंड करते हुए
जिस सिविल सर्विस की परीक्षा को पास कर असीम अरुण आईपीएस बने थे। बुधवार को उसी सर्विस के लिए सरकार द्वारा चलाई जा रही अभ्युदय कोचिंग क्लास को उन्होंने अटेंड किया। उन्होंने टीचर से पढ़ाई के सवाल पूछे और अभ्यर्थियों से भी बात की। इसके बाद मीडिया से बात करते हुए उन्होंने मौजूदा समय में चर्चित अतीक अहमद, राहुल गांधी के सरकारी बंगले और आरिफ और सारस की दोस्ती प्रकरण में सभी कार्य कानून के अनूरूप होने की बात कही। उन्होंने अखिलेश यादव को दलित विरोधी बताते हुए कन्नौज मेडिकल कालेज का नाम बाबा साहब के नाम से बदलने का वाक्या याद दिलाया।
खंदारी परिसर में निरीक्षण करने पहुंचे थे
समाज कल्याण विभाग द्वारा आगरा के डॉ भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय में आईएएस और पीसीएस परीक्षाओं की तैयारी के लिए अभ्युदय कोचिंग क्लास करवाई जाती है। असीम अरुण उसका निरीक्षण करने आगरा आए थे।
स्टूडेंट बन कर पूछे सवाल
असीम अरुण क्लास में आकर खुद छात्रों के साथ बैठ गए और टीचर द्वारा समझाए जा रहे नोट्स सुनने लगे। इस दौरान उन्होंने राकेट इंजीनियरिंग से जुड़े कई सवाल किए, जिनके बारे में टीचर ने विस्तार से समझाया।
टीचरों को दी नसीहत
असीम अरुण ने शिक्षकों को समझाया की क्लास खत्म होने के बाद उसका पूरा वीडियो आनलाइन कर देना चाहिए ताकि छात्र किसी परेशानी पर वीडियो देखकर समझ लें। पढ़ाने से एक दिन पहले नोट्स छात्रों को देने चाहिए ताकि छात्र पहले से तैयारी करके आए और अच्छे से समझ सकें।
छात्रों का उत्साह वर्धन
असीम अरुण ने छात्रों को बताया की हो सकता है प्राइवेट जगहों पर क्लास काफी खूबसूरत हो पर पढ़ाई के मामले में अभ्युदय कोचिंग किसी से कम नहीं है। बीते वर्ष के बीच में 43 बच्चों का चयन हुआ था। इनमें से 9 एसडीएम, 4 पुलिस उपाधीक्षक और बीडीओ वी सब रजिस्ट्रार बने हैं। उन्होंने कोचिंग के लिए सुविधाओं को बढ़ाने के लिए भरपूर बजट होने की बात कही।
राजनीति पर खुलकर की बात
असीम अरुण ने मीडिया से बातचीत में भाजपा सरकार की सभी योजनाएं हर वर्ग तक पहुंचने की बात कही। अतीक अहमद के मामले में उन्होंने कहा सरकार की पैरवी के कारण 1978 से गुंडागर्दी करने वाले को सजा हुई है और आगे सरकार अपराधियों को सजा दिलाने के लिए और अधिक मेहनत करेगी। राहुल गांधी के बंगले को खाली करने के नोटिस को उन्होंने वैधानिक कार्रवाई बताया। सारस प्रकरण पर उन्होंने कहा की यह अच्छी बात है की किसी इंसान की सारस से दोस्ती है पर कानूनन सरस को कोई पाल नहीं सकता है ,इसे राजनीति से नहीं जोड़ना चाहिए। अखिलेश यादव द्वारा बाबा साहब वाहिनी बनाने के बारे में उन्होंने कहा की जब भी अखिलेश यादव की पार्टी की सरकार आई है ,दलितों पर अत्याचार किया गया है। कन्नौज मेडिकल कालेज में बाबा साहब के नाम का बोर्ड पैरों से रौंदा गया और सरकार ने कालेज का नाम बाबा साहब के नाम से बदल दिया। वोट के लिए वो दलित के पास जा सकते हैं पर कभी मदद नहीं कर सकते हैं।
Published on:
29 Mar 2023 06:53 pm
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