
Taj Mahal
आगरा। संगमरमर का ताजमहल फीका पड़ता जा रहा है। उसका वास्तविक क्या है, इसका पता लगाया जाएगा। आगरा आए केन्द्रीय पर्यावरण राज्यमंत्री डॉ. महेश शर्मा ने बताया कि केंद्र सरकार ताजमहल की कलर स्पेक्ट्रोग्राफी कराएगी। राज्यमंत्री डॉ. महेश शर्मा ताजमहल डिक्लेरेशन टू बीट प्लास्टिक पॉल्यूशन कार्यक्रम के तहत आगरा आए हैं।
ताजमहल संरक्षण को लेकर हुई बैठक
रविवार को आगरा में केंद्रीय पर्यावरण राज्यमंत्री डॉ. महेश शर्मा की अध्यक्षता में ताजमहल संरक्षण को लेकर बैठक ली। बैठक में केंद्रीय राज्यमंत्री डॉ. महेश शर्मा ने कहा कि कलर स्पेक्ट्रोग्राफी से ताजमहल के वास्तविक रंग का पता चल सकेगा। इस रिपोर्ट को सुप्रीम कोर्ट में पेश किया जाएगा। इससे ताजमहल के पीले, हरे, काले पड़ने की चर्चाओं पर विराम लगेगा।
फटकार के बाद आई याद
मई में सुप्रीम कोर्ट ने ताजमहल के रंग बदलने पर चिंता जताते भारतीय पुरातत्त्व सर्वेक्षण विभाग को फटकार लगाई थी, जिसके बाद केंद्र सरकार अब ताजमहल की कलर स्पेक्ट्रोग्राफी कराने जा रही है। जिससे रंग बदलने की समस्या का पता लगाया जा सके। इसकी रिपोर्ट कोर्ट में पेश की जाएगा। इसके साथ ही बैठक में ताजमहल के चारों ओर 500 मीटर की सीमा व आस पास के क्षेत्र को प्लास्टिक बैग, बोतल, प्लेटों आदि से आगामी 2020 तक एकल प्रयोग प्लास्टिक से मुक्त किया जाएगा। ताजमहल के आस पास क्षेत्रों में उत्पन्न प्लास्टिक कचरे को अलग करके उन्हें कूडे दानों में डालना तथा इसके लिए रिसाईकलिंग की व्यवस्था की जाएगी, जिससे पर्यटन की दृष्टि से महत्वपूर्ण आगरा के लिए प्लास्टिक का उपयोग पूरी तरह से बंद करके प्लास्टिक मुक्त पर्यटन को प्रोत्साहित किया जाएगा।
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Published on:
03 Jun 2018 04:53 pm
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