
Winter
इस साल पड़ी जबरदस्त ठंड ने 118 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया। ब्रज क्षेत्र समेत पूरा उत्तर प्रदेश व अन्य राज्यों में लोग हाड़ कंपा देने वाली ठंड के कारण परेशान होते दिखे। जानलेवा सर्दी के कहर से यूपी में कई लोगों की जान भी गई। आमतौर पर लोगों का मानना है कि पहाड़ों पर हुई बर्फबारी के कारण इस साल इतनी ठंड पड़ी है, लेकिन विशेषज्ञों का इसे लेकर कुछ और ही कहना है।
जलवायु परिवर्तन ने बदली फिजा
आगरा के जाने माने पर्यावरणविद् श्रवण कुमार सिंह का कहना है कि कभी बेमौसम बारिश, कभी बेतहाशा गर्मी और अब कड़ाके की ठंड से लोग परेशान हो रहे हैं। ये सब कुछ जलवायु परिवर्तन के कारण है। जलवायु परिवर्तन की वजह से प्रकृति में वो बदलाव हो रहे हैं, जिनका अनुमान लगा पाना वैज्ञानिकों के लिए भी मुश्किल हो रहा है। जलवायु परिवर्तन के कारण सिर्फ भारत ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया में स्थिति बेकाबू हो रही है।
आने वाले समय में बेतहाशा ठंडक का अनुमान
आमतौर पर ज्यादा ठंड की अवधि 5 या 6 दिनों की होती है, लेकिन इस साल यूपी समेत तमाम इलाकों में करीब 15 दिनों से भी ज्यादा समय तक कड़ाके की ठंड ने लोगों का जीना मुश्किल कर दिया। कई शहरों में तापमान 0 डिग्री तक पहुंच गया। ये मौसम की असामान्य स्थिति है। इसका कारण है गंगा के मैदानी क्षेत्रों में घना कोहरा, हिन्द महासागर में होने वाली असामान्य वॉर्मिंग से बना पश्चिमी विक्षोभ। जलवायु परिवर्तन के कारण पश्चिमी विक्षोभ की तीव्रता व आवृत्ति भी प्रभावित हुई है। श्रवण कुमार सिंह का कहना है कि यदि ऐसा ही हाल रहा तो आने वाले सालों मौसम अप्रत्याशित रूप से बेहद ठंडा या गर्म होने का अनुमान है।
Published on:
06 Jan 2020 01:36 pm
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