आगरा। आपने अमूमन ये तो जरूर सुना होगा कि यदि किसी विक्षिप्त को पागलखाने में भर्ती करा दो, तो कंबल और 700 रुपये मिलते हैं। इस बात में कितनी सच्चाई है। क्या पहले ऐसी कोई व्यवस्था था, या ये महज एक भ्रांति या कहावत है, इसकी जानकारी के लिए पत्रिका ने बात की मानसिक आरोग्यशाला के प्रमुख अधीक्षक डॉ. दिनेश राठौर से। डॉ. राठौर ने बताया कि मानसिक आरोग्यशाला में किसी को भी भर्ती कराने की एक पूरी प्रक्रिया होती है।