
अहमदाबाद शहर के बोडकदेव इलाके में ज्ञानबाग पार्टी प्लॉट के सामने रोड पर एक अक्टूबर सुबह 10 बजे जीप की टक्कर लगने से साइकिल चालक सिक्योरिटी गार्ड नखत सिंह भाटी (50) की मौत के मामले में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। एन डिवीजन ट्रैफिक पुलिस की जांच में यह एक्सीडेंट नहीं बल्कि हत्या होने की बात सामने आई है। 22 साल पहले हुई हत्या के बदले में यह हत्या होने का खुलासा हुआ है।
एन डिवीजन ट्रैफिक थाने के प्रभारी पीआई एस ए गोहिल ने बताया कि इस एक्सीडेंट के सीसीटीवी फुटेज, टेक्निकल एनालिसिस के साथ ह्यूमन इंटेलीजेंस के जरिए की गई जांच में यह खुलासा हुआ है। प्राथमिक जांच में पता चला कि आरोपी जीप चालक गोपाल सिंह भाटी (30) मूलरूप से राजस्थान के जैसलमेर जिले की पोखरण तहसील के अजासर गांव का रहने वाला है। उसका मृतक साइकिल चालक राजस्थान के जैसलमेर जिले के बडोडा गांव निवासी नखत सिंह भाटी (50) के साथ झगड़ा चल रहा था। दोनों के बीच पुरानी रंजिश थी। इसी के चलते आरोपी ने जानबूझ कर नखत सिंह की हत्या करने के इरादे से जीप से नखत सिंह की साइकिल को पीछे से तेजी से टक्कर मारी, जिससे उसकी मौत हो गई।
मृतक नखत सिंह के भाई कोकराजसिंह का आरोप है कि हत्या के इस मामले में गोपाल सिंह के साथ और भी कुछ लोग लिप्त हो सकते हैं। गोपाल सिंह के ननिहाल के लोग अहमदाबाद में रहते हैं।
प्राथमिक जांच में सामने आया कि साइकिल चालक नखत सिंह ने करीब 22 साल पहले वर्ष 2002 में आरोपी जीप चालक गोपाल सिंह भाटी के पिता हरीसिंह भाटी की जैसलमेर में हत्या की थी। इसके बाद से ही दोनों परिवारों के बीच रंजिश थी। इस रंजिश के चलते आरोपी गोपाल सिंह ने जान बूझ कर नखत सिंह को जीप से कुचल दिया, जिससे उसकी मौत हुई। गोहिल ने बताया कि आरोपी गोपाल सिंह की राजस्थान में ही टायर की दुकान है। यह नखत सिंह की हत्या करने के इरादे से ही राजस्थान से अहमदाबाद आया था। आरोपी गोपाल की आयु करीब 31 साल है। ऐसे में घटना के समय वह 9 या 10 साल का रहा होगा।
एन डिवीजन पुलिस के अनुसार हत्या होने का खुलासा होने के चलते इस मामले में एन डिवीजन ट्रैफिक पुलिस ने हत्या की धारा बीएनएस 103 को जोड़ने की कोर्ट में रिपोर्ट की है। हत्या के मामले की जांच बोडकदेव पुलिस करेगी।
Published on:
03 Oct 2024 10:00 pm
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