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Ahmedabad: पिराणा डंपिंग साइट के कूड़े को हटाने से सुधरी अहमदाबाद की रैंकिंग

सेवन स्टार पाने में रिड्यूस, रीयूज और रिसाइकिल का अहम योगदान

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अहमदाबाद शहर के पिराणा क्षेत्र में स्थित डंपिंग साइट से कूड़े के पहाड़ को हटाने, उस कूड़े का बायो माइनिंग और बिजली बनाने में उपयोग होने से स्वच्छ सर्वेक्षण में अहमदाबाद शहर की रैंकिंग में सुधार हुआ। नई दिल्ली में गुरुवार को स्वच्छ सर्वेक्षण 2024-25 में देश के बड़े शहरों में अहमदाबाद शहर को देश के नंबर एक शहर का अवार्ड मिला है। इस उपलब्धि के बारे में शुक्रवार को संवाददाताओं को जानकारी देते हुए महापौर प्रतिभा जैन ने यह जानकारी दी।उन्होंने कहा कि स्वच्छ सर्वेक्षण के उद्देश्य से पूरे वर्ष चार फेज में अहमदाबाद शहर की सफाई, सेनिटेशन तथा वेस्ट प्रोसेंसिंग रीड्यूज, री यूज तथा रीसाइकल (RRR) थीम पर कार्य किया गया। इसके अलावा अहमदाबाद को कूड़ा मुक्त शहर (गार्बेज फ्री सिटी) श्रेणी में सात स्टार मिले हैं। इस उपलब्धि में मनपा की कूड़े के निराकरण को डाॅक्युमेंट के तौर पर फील्ड इंस्पेक्शन करने तथा साथ ही सार्वजनिक शौच की सुविधाओं के साथ एसटीपी के माध्यम से गंदे पानी को ट्रीट किए जाने का कदम उठाने का लाभ मिला।

उन्होंने बताया कि राज्य सरकार के मार्गदर्शन में घरों से कूड़ा एकत्र करने और फिर उसे पांच तरह से अलग करने की व्यवस्था की गई है। शहर में घरों से कूड़े का संग्रह करने के लिए 1850 वाहन प्रतिदिन कार्यरत रहते हैं।

कूड़े से बनाई जा रही खाद और सड़कें

मनपा आयुक्त बंछानिधि पाणि ने बताया कि शहर में प्रतिदिन उत्पन्न होने वाले कूड़े से बिजली उत्पन्न करने के साथ-साथ खाद भी बनाई जा रही है। इसके अलावा कूड़े का उपयोग धोलेरा रोड को बनाने में भी किया गया है। उन्होंने कहा कि कूड़े से कंचन बनाने का काम मनपा की ओर से किया जा रहा है। बिजली बनाने के प्लांट से प्रतिदिन लगभग एक हजार टन कूड़े का उपयोग किया जाता है। इतना ही नहीं शहर में प्रतिदिन धार्मिक और पूजापाठ के लिए इस्तेमाल होने वाले फूलों से भी खाद बनाई जा रही है। मनपा के इन कदमों से कूड़े का प्रतिदिन निराकरण होने शहर स्वच्छ बन रहा है। उन्होंने कहा कि शहर को स्वच्छ रखना किसी एक विभाग नहीं बल्कि सभी लोगों का सामूहिक दायित्व है।