प्रवेश फीस २५ से बढ़ाकर ४० रुपए की, विदेशी पर्यटकों की फीस ६०० रुपए
हिम्मतनगर. पाटण जिले में स्थित राणी की वाव वल्र्ड हेरिटेज में शामिल होने के साथ ही विश्व प्रसिद्ध हो गई है। अब राणी की वाव ए साइड श्रेणी में शामिल होने के साथ ही उसके प्रवेश टिकट की दरों में भी वृद्धि की गई है। भारतीय पर्यटकों की प्रवेश फीस बढ़ाकर ४० की गई है, तो विदेशी पर्टयकों की फीस ३०० से बढ़ाकर ६०० रुपए की गई है।
पुरातत्व विभाग की ओर से अगस्त महीने में राणी की वाव की प्रवेश फीस बढ़ाकर भारतीय पर्यटकों के लिए १५ से बढ़ाकर २५ व विदेशी पर्यटकों के लिए १०० से बढ़ाकर ३०० रुपए की गई थी। इस दौरान बुधवार को पुन: प्रवेशफीस में वृद्धि की गई है। अब भारतीयों के लिए २५ से बढ़ाकर ४० व विदेशी पर्यटकों के लिए ३०० से बढ़ाकर ६०० रुपए प्रवेश फीस की गई है।
प्रवेश टिकट में दो महीने में यह दूसरी बार वृद्धि की गई है, जो बुधवार से लागू की गई है।
पाटण की राणी की वाव अब सिर्फ गुजरात ही नहीं, अपितु समग्र देश की धरोहर हो गई है, जिसके देखने के लिए विदेशी पर्यटक भी आते हैं। रोजाना करीब एक हजार पर्यटक देखने के लिए पहुंचते हैं। पिछले दिनों राणी की वाव को वल्र्ड हेरिटेज में स्थान मिलने के बाद रिजर्व बैंक की ओर से भी १०० रुपए की दर के नोट पर राणी की वाव छापी गई है। पुरातत्व विभाग की ओर से अगस्त महीने में राणी की वाव की प्रवेश फीस बढ़ाकर भारतीय पर्यटकों के लिए १५ से बढ़ाकर २५ व विदेशी पर्यटकों के लिए १०० से बढ़ाकर ३०० रुपए की गई थी। इस दौरान बुधवार को पुन: प्रवेशफीस में वृद्धि की गई है। अब भारतीयों के लिए २५ से बढ़ाकर ४० व विदेशी पर्यटकों के लिए ३०० से बढ़ाकर ६०० रुपए प्रवेश फीस की गई है।
पुरातत्व विभाग के अधिकारी ए. एम. मंसूरी के अनुसार केन्द्रीय संस्कृति मंत्रालय की ओर से हाल ही राजस्थान के कुंभलगढ़, चित्तौडग़ढ़, पाटण की नालंदा साइड एवं पाटण की राणी की वाव को ए श्रेणी में शामिल किया गया है। पहले राणी की वाव डी श्रेणीमें शामिल थी, जो अब ए श्रेणी में शामिल हो गई है।