राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने किया भारत-पाकिस्तान सीमा के बोरु, मसाली व माधपुरा गांवों का दौरा
पालनपुर. राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने भारत-पाकिस्तान सीमा पर बनासकांठा जिले की सुईगाम तहसील के बोरु, मसाली और माधपुरा का बुधवार को दौरा किया।
दो दिवसीय दौरे के दूसरे दिन उन्होंने बोरु, मसाली और माधपुरा गांवों मं ग्रामीणों के साथ सीधा संवाद किया। देश के अन्य भागों में बसे नागरिकों जैसी ही सुख-सुविधाएं सीमावर्ती गांवों में बसे नागरिकों को भी मिलने पर जोर देते हुए उन्होंने नागरिकों की नागरिकों की समस्याएं जानकर उनका उचित निराकरण करने के निर्देश प्रशासन को दिए।
बनासकांठा जिले के सरहदी क्षेत्रों की मुलाकात के दौरान राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने ग्रामीणों के साथ संवाद करते हुए कहा कि वह देश के कोने में नहीं रहते, बल्कि सीमा की ओर से देखें तो सबसे पहले नागरिक हैं। सीमावर्ती गांवों में खेती करने वाले किसान अन्नदाता तो हैं, साथ ही सीमा के प्रहरी भी हैं।
राज्यपाल ने गांवों में किसानों से दक्षिणा में प्राकृतिक कृषि का वचन मांगा। उन्होंने ग्रामीणों व किसानों से रासायनिक खेती छोडक़र प्राकृतिक कृषि अपनाने की अपील की। इतना ही नहीं, लोगों के स्वास्थ्य, भूमि की उर्वरकता और पर्यावरण सुरक्षा के लिए प्राकृतिक खेती की अनिवार्यता समझायी और प्राकृतिक खेती करने की पद्धति की भी जानकारी दी।
गुजरात विधानसभा के अध्यक्ष शंकर चौधरी भी राज्यपाल के साथ थे। उन्होंने प्राकृतिक कृषि पद्धति का दायरा बढ़ाने में राज्यपाल के योगदान की सराहना की। बनासकांठा के सांसद परबतभाई पटेल भी मौजूद थे।
बनासकांठा जिले के सरहदी गांव के लोगों ने पेयजल के लिए किसानों को नर्मदा का जल उपलब्ध करवाने, नमक उत्पादन करने वाले किसानों को जमीन पट्टे पर उपलब्ध करवाने, बोरु गांव में माध्यमिक स्कूल और प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र शुरू करवाने, माधुपुरा गांव में आवास आवंटन, उप स्वास्थ्य केन्द्र शुरू करवाने सहित अनेक समस्याएं बताई।
कलक्टर वरूण कुमार बरनवाल और जिला विकास अधिकारी स्वप्निल खरे ने इन समस्याओं के शीघ्र निराकरण का आश्वासन दिया। पुलिस अधीक्षक अक्षयराज मकवाणा सहित कई उच्च अधिकारी और भारी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे।
नडाबेट के समीप भारत-पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा का भी दौरा
बनासकांठा जिले के दो दिवसीय दौरे के दौरान राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने बुधवार को आज भारत- पाकिस्तान सीमा पर नडाबेट का दौरा किया। उन्होंने मातृभूमि की रक्षा करने वाले जवानों से मुलाकात कर देशसेवा के वीरतापूर्ण कार्य की सराहना की और जवानों को मिलने वाली सुविधाओं की जानकारी भी प्राप्त की।