अहमदाबाद

गिर सोमनाथ जिले में बाढ़ नियंत्रण कक्ष शुरू

मानसून से पूर्व तैयारी

2 min read
गिर सोमनाथ जिले में बाढ़ नियंत्रण कक्ष शुरू

प्रभास पाटण. गिर सोमनाथ जिले में मानसून ऋतु की तैयारी के तहत सिंचाई विभाग की ओर से जिला मुख्यालय और तहसील मुख्यालयों पर बाढ़ नियंत्रण कक्ष शुरू किए गए हैं। यह कक्ष आगामी 31 अक्टूबर तक कार्यरत रहेंगे।
विभाग के कार्यपालक अभियंता ए.पी. कलसरिया व सहायक अभियंता सिद्धार्थभाई के अनुसार आगामी मानसून ऋतु में बाढ़, तेज हवा, तूफान की चुनौतियों का सामना करने के लिए विभाग सक्षम और कटिबद्ध है। तीन पारियों में कर्मचारियों को ड्यूटी सौंपी है, यह कर्मचारी प्रत्येक दो घंटे में बारिश और बांध छलकने की जानकारी लिखेंगे। संचार व्यवस्था के लिए वायरलेस सेट उपलब्ध करवाए गए हैं।

तीन बांध के दरवाजे, दो के नहीं

जिले में पांच मध्यम सिंचाई योजनाओं में से तीन बांध के दरवाजे हैं और दो बांध के दरवाजे नहीं हैं। जिले में सासण गिर के मध्य में स्थित हिरण-1 बांध के दरवाजे नहीं हैं। इसकी जलग्रहण क्षमता 714.282 एमसीएफटी है, कुल 44.20 मीटर ऊंचाई वाला यह बांध पानी से 100 प्रतिशत भरने के बाद अतिरिक्त पानी स्वत: ही छलकता है। ऊना के समीप मछुन्द्री बांध के भी दरवाजे नहीं हैं। इसकी जलग्रहण क्षमता 942 एमसीएफटी है।
तालाला के समीप उमरेठी गांव के निकट हिरण-2 बांध की जलग्रहण क्षमता 1362.50 एमसीएफटी और ऊंचाई 71.26 मीटर है, इसके सात दरवाजे हैं। इसी क्षेत्र में कमलेश्वर बांध भी है। कोडिनार के समीप सिंगवडा नदी ेके बांध की जलग्रहण क्षमता 1273 एमसीएफटी है, इसके छह दरवाजे हैं। इसका उपयोग जलापूर्ति के लिए ही किया जाता है।

दो-दो जनरेटर सेट भी तैयार

प्री-मानसून कार्रवाई के तहत बांधों के दरवाजों की मरम्मत का कार्य पूरा किया जा चुका है। बांध पर 125 केवी के एक-एक मुख्य और 100 केवी के एक-एक अतिरिक्त जनरेटर सेट तैयार हैं। दरवाजे खोलने की अलग-अलग प्र्रक्रिया होती है। बिजली से नहीं खुलने पर डीजल युनिट से और उससे भी नहीं खुलने पर हाथ से दरवाजे खोले जाते हैं। सिद्धार्थभाई के अनुसार दरवाजे खोलने पर डेम के सायरन बजाए जाते हैं, इनकी आवाज 10-15 किलोमीटर क्षेत्र में सुनी जा सकती है। दोनों अभियंताओं के अलावा एन.बी. सिंघल व कर्मचारी इन नियंत्रण कक्षों पर तैनात किए गए हैं।

Published on:
03 Jun 2021 12:15 am
Also Read
View All

अगली खबर