
Gujarat Yoga ब्रह्मलीन हुए लाइफ मिशन के प्रणेता राजर्षि मुनि, मोदी ने जतााया शोक
वडोदरा. योग के प्रचार-प्रसार में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले लाइफ मिशन संस्था के प्रणेता व लकुलिश योग यूनिवर्सिटी के संस्थापक राजर्षि मुनि मंगलवार को ब्रह्मलीन हो गए। वे 92 वर्ष आयु के थे। वडोदरा के निजी अस्पताल में हार्ट अटैक आ गया था। उनका पार्थिव शरीर पहले कालोल के पास मलाव और बाद में कायावरोहण में दर्शनार्थ रखा गया। उनका अंतिम संस्कार बुधवार को सुरेन्द्रनगर जिले में लीमडी के समीप जाखण गांव में राज राजेश्वर धाम में किया जाएगा। यहीं पर उन्होंने ब्रह्मा-विष्णु-महेश त्रिदेव का मंदिर स्थापित किया था। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उनके निधन पर शोक जताया।
राजर्षि मुनि को उनके योग क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वर्ष 2019 में उन्हें सम्मानित किया था। राजर्षि मुनि के मार्गदर्शन मेंंंं एक लाख से अधिक लोगों ने योग की शिक्षा प्राप्त की है। वेे लकुलीश इन्टरनेशनल फेलोशिप्स एनलाइमेंट मिशन (लाइफ मिशन) के प्रणेता थे।
11 फरवरी, 1931 को क्षत्रिय परिवार में जन्मे राजर्षि मुनि का मूल नाम यशवंत सिंह जाडेजा था। 9 फरवरी 1971 को कृपालवानंद के पास दीक्षा प्राप्त कर वे यशवंतसिंह जाडेजा से राजर्षि मुनि बने।
मोदी ने जताया शोक
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राजर्षि मुनि के ब्रह्मलीन होने पर दुख जताया। ट्वीटर के जरिए शोक संदेश में उन्होंने कहा कि लकुलिश परंपरा के कुलगुरु स्वामी राजर्षि मुनि के ब्रह्मलीन का समाचार दु:खद है। उन्होंने वर्षों तक योग के संवद्र्धन व विकास का कार्य किया। उनकी आत्मा की शांति के लिए वे प्रार्थना करते हैं।
Updated on:
30 Aug 2022 10:03 pm
Published on:
30 Aug 2022 10:02 pm
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