
गुजरात विद्यापीठ के पहले गैर गांधीवादी कुलाधिपति होंगे राज्यपाल आचार्य देवव्रत
Ahmedabad. राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की ओर से स्थापित गुजरात विद्यापीठ के नए कुलाधिपति (चांसलर) राज्यपाल आचार्य देवव्रत होंगे। उन्होंने विद्यापीठ की ओर से भेजे गए प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है। विद्यापीठ के कुलाधिपति बनने वाले आचार्य देवव्रत पहले गैर गांधीवादी हैं। वे विद्यापीठ के 12वें कुलाधिपति होंगे।
स्वास्थ्य ठीक नहीं रहने के चलते गुजरात विद्यापीठ की 11वीं कुलाधिपति इलाबेन भट्ट ने पद से इस्तीफा दे दिया था जिसे स्वीकार कर लिया गया। समाजसेवी और सेवा संस्था की संस्थापिका इलाबेन 7 मार्च 2015 से विद्यापीठ की कुलाधिपति के पद पर हैं। हाल ही में चार अक्टूबर को आयोजित विद्यापीठ की गवर्निंग काउंसिल की बैठक में इलाबेन भट्ट के इस्तीफे को स्वीकार करते हुए उनकी जगह बहुमत के आधार पर राज्यपाल आचार्य देवव्रत को नया कुलाधिपति बनाए जाने का निर्णय किया गया। इस प्रस्ताव को राज्यपाल की स्वीकृति के लिए भेजा गया था। राज्यपाल ने मंगलवार को इस प्रस्ताव को अपनी स्वीकृति दे दी।
ज्ञात हो कि राज्य के ज्यादातर विश्वविद्यालयों के कुलाधिपति राज्यपाल ही होते हैं। लेकिन गुजरात विद्यापीठ के लिए ट्रस्टी मंडल की ओर से अपना कुलाधिपति चुना जाता रहा है। 18 अक्टूबर 1920 को महात्मा गांधी ने गुजरात विद्यापीठ की स्थापना की थी।
Published on:
11 Oct 2022 09:31 pm
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