-बीते साल से एक फीसदी ज्यादा, गत वर्ष 82.45 फीसदी था नतीजा -छात्रों ने इस बार भी छात्राओं को पछाड़ा -ए वन ग्रेड पाने वाले विद्यार्थियों की संख्या में गिरावट -जिलों में मोरबी, केन्द्रों में गोंडल अव्वल
Ahmedabad. गुजरात माध्यमिक एवं उच्चतर माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (जीएसईबी) की ओर से फरवरी-मार्च महीने में ली गई 12वीं विज्ञान संकाय की बोर्ड परीक्षा का सोमवार को घोषित परिणाम 83.51 प्रतिशत रहा। यह बीते 10 सालों का सबसे ज्यादा परिणाम है। गत वर्ष के 82.45 प्रतिशत परिणाम की तुलना में 1.06 फीसदी अधिक है। इससे पहले वर्ष 2015 में 86.10 प्रतिशत परिणाम था। गांधीनगर में शिक्षा मंत्री डॉ.कुबेर डिंडोर और शिक्षा राज्यमंत्री प्रफुल पानशेरिया ने परिणाम की घोषणा की।
इस वर्ष भी छात्रों ने छात्राओं की तुलना में बाजी मारी है। हालांकि इस बार भी अंतर मामूली है। छात्रों का परिणाम जहां 83.79 प्रतिशत है वहीं छात्राओं का परिणाम 83.20 प्रतिशत रहा।
जिलों में 92.91 प्रतिशत परिणाम के साथ मोरबी इस साल भी अव्वल रहा, जबकि परीक्षा केन्द्रों में 96.60 प्रतिशत परिणाम के साथ गोंडल अव्वल रहा। सबसे कम 59.15 प्रतिशत परिणाम दाहोद जिले का रहा। सबसे कम 54.58 प्रतिशत परिणाम दाहोद केन्द्र का रहा।
जीएसईबी की ओर से फरवरी-मार्च 2025 में 152 केन्द्रों से ली गई 12वीं विज्ञान संकाय की बोर्ड परीक्षा में 100725 पंजीकृत नियमित विद्यार्थियों में से 100575 उपस्थित रहे, जिसमें से 83987 उत्तीर्ण हुए। ए ग्रुप का परिणाम 91.90 प्रतिशत परिणाम के साथ अव्वल रहा। बी ग्रुप का परिणाम 78.74 प्रतिशत रहा, जबकि एबी ग्रुप का परिणाम 73.68 प्रतिशत रहा।
मार्च 2025 की 12वीं विज्ञान संकाय की बोर्ड परीक्षा में 100 फीसदी परिणाम प्राप्त करने वाली स्कूलों की संख्या 2024 की तुलना में बढ़ी है। 2025 में 194 स्कूलों का परिणाम 100 फीसदी रहा। 2024 में 127 स्कूलों का परिणाम 100 प्रतिशत रहा था। वर्ष 2023 में 27 स्कूलों का परिणाम ही 100 प्रतिशत रहा। इसके साथ ही 10 फीसदी से कम परिणाम वाले स्कूलों की संख्या भी बढ़ी है। इस वर्ष 34 स्कूलों का परिणाम 10 फीसदी से कम रहा। 2024 में ऐसे स्कूलों की संख्या 27 ही थी।
2015-86.10 %
2016-79.03 %
2017-81.89 %
2018-72.99 %
2019-71.90 %
2020-71.34 %
2021- 100 % (मास प्रमोशन)
2022-72.02 %
2023-65.58 %
2024-82.45 प्रतिशत
2025-83.51 प्रतिशत