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वेरावल : औद्योगिक इकाइयों के साथ 270 करोड़ से अधिक के एमओयू

गिर सोमनाथ जिला स्तरीय वाइब्रेंट गुजरात रीजनल कॉन्फ्रेंस वेरावल. गिर सोमनाथ जिला स्तरीय वाइब्रेंट गुजरात रीजनल कॉन्फ्रेंस वेरावल में आयोजित हुई। इसमें विभिन्न औद्योगिक इकाइयों के साथ 270 करोड़ रुपए से अधिक के एमओयू किए गए।राज्य सरकार ने ‘विकसित भारत@2047’ के विजन को साकार करने के लिए चार अलग-अलग क्षेत्रों में वाइब्रेंट गुजरात रीजनल कॉन्फ्रेंस […]

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गिर सोमनाथ जिला स्तरीय वाइब्रेंट गुजरात रीजनल कॉन्फ्रेंस

वेरावल. गिर सोमनाथ जिला स्तरीय वाइब्रेंट गुजरात रीजनल कॉन्फ्रेंस वेरावल में आयोजित हुई। इसमें विभिन्न औद्योगिक इकाइयों के साथ 270 करोड़ रुपए से अधिक के एमओयू किए गए।
राज्य सरकार ने ‘विकसित भारत@2047’ के विजन को साकार करने के लिए चार अलग-अलग क्षेत्रों में वाइब्रेंट गुजरात रीजनल कॉन्फ्रेंस (वीजीआरसी) का आयोजन किया है। इसी क्रम में कच्छ-सौराष्ट्र रीजनल कॉन्फ्रेंस के फ्लैगशिप इवेंट के रूप में वेरावल में जिला स्तरीय कॉन्फ्रेंस आयोजित हुई।
इस दौरान इंडियन पोटाश लिमिटेड ने 250 करोड़, राइचुरा एनर्जी ने 10 करोड़ और अल फैजल ड्राई फिश ने 11 करोड़ रुपए के निवेश का संकल्प लिया। इस कार्यक्रम में विभिन्न औद्योगिक इकाइयों के साथ 270 करोड़ रुपए से अधिक के एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए।
जिला पंचायत अध्यक्ष मंजुला मुछार ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ओर से शुरू की गई वाइब्रेंट समिट आज वैश्विक निवेश मंच बन चुकी है। गिर सोमनाथ जिले में ‘वन डिस्ट्रिक्ट, वन प्रोडक्ट’ के तहत मछली और केसर आम प्रमुख उत्पाद हैं। यहां 120 से अधिक औद्योगिक इकाइयां कार्यरत हैं और नारियल उत्पादन में भी यह क्षेत्र अग्रणी है।
धोलेरा विशेष निवेश क्षेत्र (एसआइआर) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीइओ) कुलदीप आर्या ने कहा कि 20 वर्षों में गुजरात उद्योगों का पसंदीदा गंतव्य बन गया है। उन्होंने बताया कि टाटा समूह धोलेरा में सेमीकंडक्टर चिप उत्पादन करेगा।
कलक्टर एन.वी. उपाध्याय ने कहा कि जिले में मत्स्य पालन और कृषि उत्पादों के विकास की अपार संभावनाएं हैं। विधायक विमल चुडासमा ने प्राकृतिक खेती को नया आयाम बताते हुए रोजगार सृजन की संभावना जताई।
कार्यक्रम में उद्यमिता, फ्रोजन फूड्स, सी-फूड प्रोसेसिंग, कृषि नीति, आर्टिफिशियल टेक्नोलॉजी और आइपीओ आदि विषयों पर मार्गदर्शन दिया गया। साथ ही, विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत 1.07 लाख रुपए की सहायता वितरित की गई। हस्तकला, हथकरघा, फूड प्रोसेसिंग और प्राकृतिक कृषि उत्पादों के स्टॉल भी लगाए गए।