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गुजरात में कांग्रेस को मजबूत होना है तो निर्णय क्षमता बढ़ानी होगी: हार्दिक

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गुजरात में कांग्रेस को मजबूत होना है तो निर्णय क्षमता बढ़ानी होगी: हार्दिक

गुजरात में कांग्रेस को मजबूत होना है तो निर्णय क्षमता बढ़ानी होगी: हार्दिक

अहमदाबाद. गुजरात प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष हार्दिक पटेल ने कहा कि गुजरात में कांग्रेस को मजबूत होने के लिए निर्णय लेने की अपनी क्षमता को बढ़ाना होगा। फिलहाल प्रदेश नेतृत्व में निर्णय शक्ति का अभाव है जो सच्चाई है। हार्दिक ने यह बातें शुक्रवार को मीडिया के समक्ष कही।
कांग्रेस से नाराज चल रहे युवा पाटीदार नेता हार्दिक ने कहा कि ऐसा नहीं है कि वे कांग्रेस पार्टी से अलग हो रहे हैं। न ही उनका भाजपा में जाने का फिलहाल कोई इरादा है। इस बारे में अभी सोचा भी नहीं है। ऐसा कोई निर्णय करने पर वे जरूर जानकारी देंगे।
उन्होंने कहा कि उनकी नाराजगी पार्टी के प्रदेश नेतृत्व से है। प्रदेश नेतृत्व उन्हें काम नहीं करने दे रहा है। काम करने वाले लोगों को रोका जा रहा है। इसके चलते राज्य में कांग्रेस विपक्ष के रूप में जनता की आवाज बनने, समस्याएं उठाने में कमजोर साबित हो रही है।
उन्होंने कहा कि यही बात उन्होंने पार्टी आलाकमान के समक्ष रखी है। आलाकमान ने जल्द निर्णय लेने की बात कही है। आशा है वे जल्द राज्य के हित में निर्णय करेंगे ताकि कांग्रेस प्रदेश और जनता की बेहतर के लिए अपनी जिम्मेदारी को निभा सके।
भाजपा की तारीफ से जुड़े सवाल के मुद्दे पर हार्दिक ने कहा कि इसे इस रूप में देखना चाहिए कि हमारे विरोधी दल में क्या अच्छी बाते हैं। फिर चाहे वह बीजेपी हो या सपा हो या अन्य कोई दल। क्योंकि कोई भी कितना भी बड़ा क्यों न हो जाए उसे हमेशा सीखते रहना चाहिए। अन्य दलों की अच्छी बातों को समझना चाहिए। यह बात सही है कि भाजपा में निर्णय शक्ति अच्छी है।
हार्दिक ने कहा कि जब भी कोई नेता पार्टी की अच्छाई के लिए बात रखता है तो उसके प्रति एक अलग राय बना ली जाती है। कहा जाता है कि यह तो छोडकऱ जाने वाला है इसलिए ऐसी बातें कह रहा है। इसके बजाय चर्चा यह होनी चाहिए कि आखिरकार वह क्यों ऐसा कह रहा है। इससे पहले जयराज सिंह परमार और पार्टी छोडकऱ जाने वाले चार से पांच विधायकों ने भी पार्टी के लिए चिंता व्यक्त की थी। हार्दिक ने कहा कि उन्हें यह जानकारी नहीं है कि वरिष्ठ नेता परेश धानाणी और कैलाश गढ़वी नाराज हैं या नहीं, लेकिन आशा है कि ऐसी कोई नाराजगी नहीं हो।