
Gujarat: राज्यपाल ने कहा, ऐतिहासिक धरोहरों का संरक्षण आने वाली पीढिय़ों के लिए प्रेरणा
जूनागढ़. राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने कहा कि ऐतिहासिक धरोहर और गणमान्य व्यक्तियों का इतिहास राष्ट्र के विकास में हमेशा के लिए मार्गदर्शन प्रदान करता है। साथ ही ऐतिहासिक धरोहरों का संरक्षण आने वाली पीढिय़ों के लिए प्रेरणा है।
गुरुवार को जूनागढ़ के एक दिवसीय दौरे पर पहुंचे राज्यपाल ने यह बात कही। उन्होंने 45 करोड़ रुपए खर्च से उपरकोट किले के हो रहे जीर्णोद्धार कार्य की समीक्षा की। उन्होंने उपरकोट के वॉच टावर से जूनागढ़ का नजारा भी देखा।
राज्यपाल ने कहा कि आने वाले समय में देश एवं विदेश से पर्यटक उपरकोट के किले को देखने आएंगे।
इसके साथ ही उन्होंने कड़ी वाव, नीलम तोप , नवघण कूवो, अनाज भंडार, राणक देवी महल और बौद्ध गुफाओं का भी दौरा किया और इसके इतिहास के बारे में जानकारी प्राप्त की।
वे अशोक शिलालेख और गिरनार रोप-वे स्थल भी गए। इस दौरान कलक्टर रचित राज, महानगरपालिका आयुक्त आर एम तन्ना, जिला विकास अधिकारी मिरांत परीख, जिला पुलिस अधीक्षक रवि तेजा वासम शेट्टी सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे। राज्यपाल को अपने एक दिन के दौरे पर रोप-वे के मार्फत अंबाजी माता मंदिर का दर्शन करने वाले थे, लेकिन हवा अधिक होने के चलते यह कार्यक्रम स्थगित करना पड़ा।
उधर राज्यपाल ने जूनागढ़ कृषि विश्वविद्यालय में सुभाष पालेकर कृषि कार्यक्रम में शिरकत की। इस अवसर पर उन्होंने आधुनिक समय में कृषि में बदल रहे कई पहलुओं पर अपना विचार रखा। उन्होंने इस डिजिटल युग में खेती की बदलती तकनीकों के बारे में अवगत कराया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति ने राज्यपाल का स्वागत किया। इससे पहले राज्यपाल ने जूनागढ़ जिला शिक्षा प्रशिक्षण केंद्र का दौरा किया और वहां की गतिविधियों के साथ-साथ विभिन्न विभागों का निरीक्षण भी किया।
Published on:
30 Jul 2021 12:11 am
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