अहमदाबाद

गुजरात विधानसभा में गूंजा नशीले पदार्थों की हेराफेरी का मुद्दा

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गुजरात विधानसभा में गूंजा नशीले पदार्थों की हेराफेरी का मुद्दा

गांधीनगर. गुजरात विधानसभा में शुक्रवार को ड्रग्स और नशीले पदार्थों की हेराफेरी का मुद्दा फिर से गूंजा। एक तरफ कांग्रेस विधायक दल के नेता अमित चावडा ने शराब के मुद्दे पर राज्य सरकार पर प्रहार किए। वहीं गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी ने पिछली कांग्रेस सरकारों पर प्रहार करते हुए कहा कि पहले तो शराब की ट्रकें भरकर आती थीं। इस मुद्दे को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्षी विधायकों के बीच आरोप-प्रत्यारोप को दौर चला। बाद में विधानसभा अध्यक्ष शंकर चौधरी ने मामला शांत किया।

दो वर्षों में 6413 की नशीले पदार्थ जब्त

राज्य सरकार की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक गुजरात में पिछले दो वर्षों में राज्य में 6413,9 करोड़ रुपए की विदेशी शराब, देसी शराब, बीयर और अन्य नशीले पदार्थ जब्त किए गए। इन मामलों में अभी भी 3716 आरोपी गिरफ्त से बाहर हैं। पिछले दो वर्षों में 197,5 करोड़ की विदेशी शराब जब्त की गई। वहीं 3.9 करोड़ रुपए की देशी शराब जब्त की गई। राज्य में 10.51 करो़ड़ की बीयर जब्त की गई। इसके अलावा 6201,2 करो़ड़ रुपए की अफीम, चरस, गांजा, हेरोइन, डोडा पोस्त पाउडर और अन्य ड्रग्स जब्त किया गया।

स्थानीय थानों की जिम्मेदारी निर्धारित हो

कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक अर्जुन मोढवाडिया ने शराब और ड्रग्स के मुद्दे पर राज्य सरकार पर प्रहार करते हुए कहा कि शराब या ड्रग्स का दूषण लगातार बढ़ता जा रहा है। इसका कारण यही है कि शराब की हेराफेरी करने वालों को राज्याश्रय दिया जाता है। ऐसे दूषण को रोकने के लिए जो प्रभावी कार्रवाई करनी चाहिए वह नहीं होती। उन्होंने आरोप लगाया कि चुनाव में तो ट्रक और टैंकरों भरकर गुजरात में शराब की हेराफेरी सामने आई। कई ऐसे किस्से भी सामने आए हैं, जिसमें पुलिस पायलटिंग कर रही थी। उन्होंने कहा कि शराब या ड्रग्स की हेराफेरी पर लगाम लगाने के लिए स्थानीय थानों की जिम्मेदारी निर्धारित करनी चाहिए।

शराबबंदी का उल्लंघन करनेवालों पर कसा शिकंजा : संघवी

सवाल के जवाब में गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी ने कहा कि गुजरात में शराबबंदी का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ राज्य सरकार ने शिकंजा कसा है। ऐसे लोगों के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई की गई है। वर्ष 2022 में शराबबंदी का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ 740 मामले दर्ज किए गए हैं, जिसमें 20.66 करोड़ रुपए की शराब जब्त गई। जहां वर्ष 2018 में 149, वर्ष 2019 में 400, वर्ष 2020 में 224, वर्ष 2021 में से 275 और वर्ष 2022 में 740 मामले दर्ज किए गए।

Published on:
17 Mar 2023 09:42 pm
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