जामनगर के विकास के लिए बड़ा कदम : बेचने से किया इनकार जामनगर. जामनगर के विकास में एक नया अध्याय जुड़ गया है। जाम साहब शत्रुशल्यसिंह ने अपनी महत्वपूर्ण रियल एस्टेट संपत्तियां विकास के लिए अदाणी समूह को सौंप दी हैं। उन्होंने स्पष्ट किया है कि ये संपत्तियां बेची नहीं गई हैं, बल्कि कानूनी रूप […]
जामनगर. जामनगर के विकास में एक नया अध्याय जुड़ गया है। जाम साहब शत्रुशल्यसिंह ने अपनी महत्वपूर्ण रियल एस्टेट संपत्तियां विकास के लिए अदाणी समूह को सौंप दी हैं। उन्होंने स्पष्ट किया है कि ये संपत्तियां बेची नहीं गई हैं, बल्कि कानूनी रूप से न्यूनतम राशि पर विकास के अधिकार दिए गए हैं।
जानकारी के अनुसार, अदाणी समूह के प्रणव अदाणी और उनकी टीम के सदस्य दो चार्टर्ड विमानों से कुछ दिन पहले जामनगर हवाई अड्डे पर पहुंचे। वे सरू सेक्शन रोड स्थित पायलट बंगले गए। जाम साहब के साथ बैठक की कुछ तस्वीरें वायरल हुई हैं।
हालांकि बैठक की आधिकारिक जानकारी सार्वजनिक नहीं की गई है। कई अफवाहों के बाद, बुधवार को जाम साहब शत्रुशल्यसिंह ने कहा कि वे अदाणी के साथ इस सहयोग को चींटी और हाथी के सहयोग जैसा मानते हैं। उनके पास मौजूद कोई भी संपत्ति नहीं बेची गई है।
जामनगर के विकास के लिए उनके कब्जे वाली संपत्ति पर कानूनी रूप से न्यूनतम अधिकार दिए गए हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि वे कोई व्यवसायी नहीं हैं और यह निर्णय व्यावसायिक उद्देश्यों के लिए नहीं, बल्कि शहर के विकास के लिए लिया गया है। जाम साहब का विजन जामनगर को भारत का पेरिस बनाना है। उन्होंने अदाणी समूह से शहर के विकास में सहयोग करने की अपील की।
अदाणी समूह ने इस विचार पर सकारात्मक प्रतिक्रिया दी है। जाम साहब ने आशा व्यक्त की है कि अदाणी समूह अपनी विशेषज्ञता और दूरदर्शिता से जामनगर को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगा। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया है कि यह सहयोग शहर को और अधिक सुंदर और विकसित बनाएगा।