शंकराचार्य, पूर्व सीएम रूपाणी सहित संतों की मौजूदगी में 65 फीट ऊंचे मंदिर का भूमिपूजन जामनगर. शहर के दरेड में बनने वाले सौराष्ट्र के सबसे बड़े परशुराम मंदिर का शिलान्यास सोमवार को सम्पन्न हुआ। दरेड एवं सामाजिक विकास ट्रस्ट की ओर से निर्मित होने वाले इस मंदिर की आधारशिला द्वारका शारदापीठाधीश्वर जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी सदानंद […]
जामनगर. शहर के दरेड में बनने वाले सौराष्ट्र के सबसे बड़े परशुराम मंदिर का शिलान्यास सोमवार को सम्पन्न हुआ। दरेड एवं सामाजिक विकास ट्रस्ट की ओर से निर्मित होने वाले इस मंदिर की आधारशिला द्वारका शारदापीठाधीश्वर जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी सदानंद सरस्वती ने रखी।
तक्षशिला परशुराम धाम के नाम से प्रसिद्ध यह मंदिर 2 लाख 2000 वर्ग फीट के विशाल क्षेत्र में बनाया जाएगा। मंदिर की ऊंचाई 65 फीट रखी जाएगी और इसमें खूबसूरत नक्काशी की जाएगी। मंदिर के निर्माण में परशुराम की जन्मस्थली जानापाऊ (मध्य प्रदेश) से लाई गई पवित्र रज का उपयोग ईंट बनाने में किया जाएगा।
भूमिपूजन समारोह के अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी, पर्यटन मंत्री मुलु बेरा, जामनगर के खिजड़ा मंदिर के महंत कृष्णमणि, विधायक दिव्येश अकबरी, रीवाबा जाडेजा सहित कई संत, महंत और ब्रह्म समाज के नेता उपस्थित थे।
इस अवसर पर शंकराचार्य स्वामी सदानंद सरस्वती ने कश्मीर में हो रहे आतंकवादी हमलों पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि धर्म के नाम पर हिंसा दुखद है और उन्होंने देशवासियों से एकता की अपील की। उन्होंने कहा कि सभी नेताओं और देशवासियों को राजनीति से ऊपर उठकर एकजुट होने की जरूरत है।