उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा पाटण : संडेर में खोडलधाम संकुल का शिलान्यास
पाटण. खोडलधाम ट्रस्ट की ओर से उत्तर गुजरात अंचल में पाटण के संडेर में 40 बीघा भूमि में अनुमानित 100 करोड़ रुपए की लागत से निर्मित होने वाले खोडलधाम संकुल का शिलान्यास किया गया। उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल तथा गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल की उपस्थिति में रविवार को शिलान्यास किया गया।
उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि खोडलधाम समग्र समाज के विकास के लिए मार्गदर्शन प्रदान करेगा। सामान्य रूप से मंदिर का निर्माण दर्शन, पूजा-अर्चना और भक्ति में लीन होने के लिए होता है। मंदिर चेतना का केन्द्र बनना चाहिए, जहां समस्याओं का समाधान हो और यह कार्य करने के लिए उन्होंने खोडलधाम ट्रस्ट की टीम की सराहना की।
बेटियों तथा माताओं के स्वास्थ्य की करें विशेष चिंता
आनंदीबेन ने सभी को सुझाव देते हुए कहा कि बेटियों तथा माताओं के स्वास्थ्य की विशेष चिंता करें, वे स्वस्थ रहें तथा कैंसर जैसी बीमारियों से मुक्त रहें, ऐसे प्रयास किए जाने चाहिए। उन्होंने खोडलधाम संकुल के निर्माण के लिए दान देने वाले सभी दानदाताओं की भी सराहना की।
हार्ट अटैक से युवाओं की मौत पर चिंता
आनंदीबेन ने विशेषतौर पर नवरात्रि में हार्ट अटैक से युवाओं की मौत पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि हार्ट अटैक से एक साल में महिलाओं, पुरुषों व युवाओं की मौतों का विश्लेषण किया जाना चाहिए।
अध्यात्म के साथ आधुनिकता का बनेगा केन्द्र : सीएम
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने कहा कि खोडलधाम संकुल ने वसुधैव कुटुम्बकम् की भावना साकार करने का कार्य किया है और खोडलधाम की सेवाभावी गतिविधियों का लाभ सभी समाजों को पहुंचा कर सामाजिक समरसता का उत्तम उदाहरण प्रस्तुत किया है।
खोडलधाम संकुल अध्यात्म के साथ आधुनिकता का केन्द्र बनेगा। यहां मल्टी-स्पेशलिटी हॉस्पिटल, कृषि अनुसंधान केन्द्र, युवाओं के लिए पुस्तकालय-छात्रावास जैसी सुविधाओं होंगी और साथ ही नागरिकों के लिए सरकारी योजना सहायता केन्द्र भी बनेंगे। बहुविद् गतिविधियों तथा सेवाकार्यों के साथ-साथ परफ़ेक्ट मैनेजमेंट एवं विशिष्ट विज़न के चलते खोडलधाम की ख्याति एवं सुगंध चहुंओर फैली है। राज्य सरकार ने भी पाटण ज़िले के तीर्थस्थानों के लिए विशेष अनुदान आवंटित किया है।
मुख्यमंत्री ने पाटीदार समाज की चर्चा करते हुए कहा कि पाटीदार समाज पानीदार समाज है, जो कण से मन भी पैदा करने की और पत्थर से पानी निकालने की क्षमता वाला समाज है। पाटीदार समाज शिक्षा तक सीमित नहीं रहा है, बल्कि उसने व्यवसाय-रोज़गार, पंचायत से पार्लियामेंट तक हर क्षेत्र में अपना योगदान दिया है। विकट स्थिति में रास्ता निकालना पाटीदारों की विशेषता है। पाटीदार समग्र विश्व में फैलने के बावजूद अपनी मातृभूमि का ऋण चुकाना कभी नहीं भूले हैं। पाटीदार समाज की सेवाभावी गतिविधियाँ देश एवं राज्य में सभी समाजों का सहारा बनी हैं।
कागवड खोडलधाम के अध्यक्ष नरेशभाई पटेल ने स्वागत भाषण दिया। पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रफुल पटेल, कृषि मंत्री राघवजी पटेल, स्वास्थ्य मंत्री ऋषिकेश पटेल ने भी विचार व्यक्त किए।