
महंत ने की आत्महत्या
राजकोट. शहर के निकट रैयाधार स्लम क्वार्टर के पीछे जोकिया हनुमान मंदिर के महंत के आत्महत्या कर लेने का मामला सामने आया है। स्थल से मिले सुसाइड नोट में उन्होंने आरोप लगाया है कि दुष्कर्म की शिकायत में समाधान करने के लिए फरियादी ने उनके पास से २५ लाख रुपए की मांग की थी, जिससे परेशान होकर उन्होंने आत्महत्या कर ली।
जानकारी के अनुसार जोकिया हनुमान मंदिर निवासी एवं सेवा पूजा करने वाले मंदिर के महंत मगनदास मोहनदास निमावत (७३) ने गुरुवार को कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। सूचना मिलने पर यूनिवर्सिटी पुलिस थाने के निरीक्षक एम. डी. चंद्रवाडिया सहित टीम पहुंची।
पुलिस जांच में स्थल से एक सुसाइड नोट मिला है, जिसमें लिखा है कि वर्ष २०१५-१६ में महंत मगनदास के विरुद्ध दुष्कर्म की शिकायत दर्ज कराई गई थी। इसके बाद फरियादी पक्ष ने महंत से समाधान करने के लिए २५ लाख रुपए की मांग की थी, जिससे परेशान होकर फांसी लगा ली।
पुलिस के अनुसार महिला की ओर से दर्ज कराई दुष्कर्म की शिकायत के मामले में महंत को गिरफ्तार किया गया था। चार महीने जेल में रहने के बाद वह जमानत पर छूटा था। जानकारी के अनुसार सुनवाई के दौरान कोर्ट में जाते समय फरियाद पक्ष ने समाधान करने के लिए २५ लाख रुपए मांगे थे।
जानकारी के अनुसार महंत पिछले २५ वर्षों से राजकोट के गांधीग्राम क्षेत्र में परिवार के साथ रहते थे और १४ वर्ष से वह जोकिया हनुमान मंदिर में महंत के रूप में सेवा पूजा करते थे।
बंदी की हृदयाघात से मौत
जूनागढ़. जूनागढ़ जेल के बंदी गिरीश गोविंद वणपरिया की हृदयाघात से मौत हो गई।
स्थानीय जेल सूत्रों के अनुसार हत्या के मामले में सजा भुगत रहे बंदी गिरीश से सीने में दर्द होने से उसे पुलिस बंदोबस्त में सरकारी अस्पताल में पहुंचाया, जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई।
Published on:
07 Jun 2018 11:06 pm
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