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चीनी गिरोह के पास 500 लोगों को भेजने वाला मुख्य एजेंट गिरफ्तार

-अच्छे वेतन पर विदेश में नौकरी का झांसा देकर फंसाता, विदेश पहुंचने पर बना लेते बंधक, छोड़ने को भी लेते थे पैसे, साइबर क्राइम कराते

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Ahmedabad News

Ahmedabad. म्यांमार और कंबोडिया में चाइनीज साइबर ठग गिरोह के पास देश-विदेश के 500 से ज्यादा लोगों को भेजने वाले मुख्य एजेंट निलेश उर्फ नील पुरोहित को साइबर सेंटर ऑफ एक्सीलेंस गांधीनगर की टीम ने धर दबोचा। आरोपी आणंद जिले के मानियानी खाड जगदंबा कोलोनी का मूल निवासी है। इसके पास से दो मोबाइल, एक लैपटॉप और पासपोर्ट बरामद किया गया। अदालत ने आरोपी को 14 दिन के रिमाण्ड पर भेजा है।

प्रति व्यक्ति 2 हजार से 4500 डॉलर का कमीशन

जांच में सामने आया कि निलेश चीनी गिरोह से एक व्यक्ति के लिए 2000 से लेकर 4500 डॉलर का कमीशन लेता था। इसमें से 30-40 फीसदी राशि कमीशन के रूप में सब एजेंट को देता था। इसके फोन से लोगों के गाडी में बैठने और अराइवल कन्फर्मेशन के तीन हजार से ज्यादा फोटो मिले हैं।

भारत सरकार ने 4000 लोगों को छुड़ाया

उप मुख्यमंत्री सह गृह मंत्री हर्ष संघवी ने मंगलवार रात को संवाददाताओं को बताया कि दक्षिण पूर्व एशियाई देशों में भारतीय लोगों को बंधक बनाकर रखे जाने की सूचना पर भारत सरकार ने थाईलैंड, म्यांमार सरकार के सहयोग से कार्रवाई करते हुए तीन साल में 4000 लोगों को छुड़ाकर घर वापसी कराई है। ऐसे लोगों की पूछताछ में सामने आया कि उन्हें नील ने विदेश भेजा था और वहां बंधक बना साइबर क्राइम कराया जा रहा था। लंबे समय से इसकी तलाश थी।

आखिरकार इसे गिरफ्तार कर लिया। यह विदेश में अच्छे वेतन पर नौकरी दिलाने का झांसा देकर लोगों को म्यांमार, थाईलैंड, दुबई, वियतनाम, कंबोडिया भेजता था। इसने न सिर्फ भारत बल्कि श्रीलंका, फिलिपिंस, पाकिस्तान, बांग्लादेश, नेपाल, नाइजीरिया, इजिप्त, केमरून, ट्यूनीशिया जैसे देशों में भी एजेंट, सब एजेंटों का जाल बिछाकर 500 लोगों को चाइनीज साइबर ठग गिरोह के पास दुबई के जरिए म्यांमार, कंबोडिया और वियतनाम भेजा है।

लाओस, कंबोडिया में नया ठिकाना

म्यांमार में सख्ती बढ़ने से इसने चाइनीज गिरोह के लाओस, कंबोडिया में बनाए नए ठिकानों पर लोगों को भेजना शुरू किया था। इसने चीन के सब एजेंट यामहा को ट्रांसलेटर के रूप में रखा है।

126 से ज्यादा सब एजेंट, 30 पाकिस्तानी एजेंट

प्राथमिक जांच में सामने आया कि निलेश पुरोहित काफी शातिर और चालाक है। इसने देश-विदेश में 126 सब एजेंट बना रखे हैं। 30 सब एजेंट पाकिस्तान में हैं। यह 100 से ज्यादा चाइनीज और विदेशी कंपनियों के एचआर नेटवर्क से जुड़ा है। उन्हें 1000 और लोगों भेजने की डील की है। इसने दुबई, लाओस, थाइलैंड, म्यांमार, इरान की यात्रा की है।

विमान की टिकट, होटल में ठहरने की करता व्यवस्था

यह लोगों को फंसाने के बाद विमान की टिकट, एक-दो दिन विदेश के होटल में रहने की मुफ्त में व्यवस्था करता था। ये टेलीग्राम, इंस्टाग्राम, फेसबुक व अन्य सोशल मीडिया से लोगों को फंसाता था। इसने डाइवरों की अलग टीम तैयार कर रखी थी। जो घुसपैठ कर म्यांमार, कंबोडिया तक लोगों को पहुंचाते थे।

सोनल, हितेश मुख्य सहयोगी

संघवी ने बताया कि कुछ दिन पहले ही निलेश के मुख्य साथी सोनल फडदू और हितेश सोमैया को गिरफ्तार करने में सफलता मिली। ये दोनों ही गुजरात में इसके सब एजेंट थे। निलेश पहचान स्थापित न हो इसलिए अलग-अलग देश के वर्चुअल नंबर से ही संपर्क करता था।