घटना के समय गेम जोन में 70 लोगों ने रजिस्ट्रेशन कराया था। अन्य 45 कर्मचारी भी अंदर थे। इस घटना में 15 बच्चों को बचा लिया गया। कुछ के लापता होने की भी खबर है। मुख्यमंत्री ने घटना के उच्च स्तरीय जांच के निर्देश दिए हैं। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए गेम जोन के मुख्य संचालक को हिरासत में ले लिया है। इस घटना के बाद राज्य के सभी गेम जोन को बंद करने का निर्देश दे दिया गया है।
राजकोट अग्निशमन अधिकारी आर जोबन का कहना था कि वे 23 सालों से ज्यादा समय से सेवा में हैं। ऐसी घटना अब तक नहीं हुई है। मुख्य अग्निशमन अधिकारी आई वी खेर ने बताया कि गेम जेन का टैम्पररी स्ट्रक्चर क्षतिग्रस्त हो जाने के चलते बचाव व राहत कार्य में भी दिक्कत आई। हवा की गति भी ज्यादा थी, जिससे आग बुझाने में भी समस्या आ रही है।ज्ञात हो कि राज्य में पांच साल पहले सूरत में 24 मई, 2019 को तक्षशिला आर्केड की अवैध रूप से निर्मित चौथी मंजिल पर चल रही एक ट्यूशन क्लास में आग लग गई थी। उस घटना में 22 छात्रों की मौत हो गई और 19 अन्य घायल हुए थे। यह उससे भी बड़ा अग्निकांड है।
गेम जोन में चल रहा था वेल्डिंग कार्य, लगी आग
प्राथमिक जांच में सामने आया कि टीआरपी गेम जोन के एक हिस्से में वेल्डिंग का कार्य चल रहा था। संभवत: इसी के चलते आग लगी है। दो दिन पहले भी यहां आग लगी थी। उसके बाद इसे बंद किया था। लेकिन फिर से एक दिन बाद ही इसे अचानक से चालू कर दिया गया।
गेम जोन के पास नहीं थी फायर एनओसी
प्राथमिक जांच में सामने आया कि गेम जोन के पास फायर एनओसी नहीं थी। इतना ही नहीं गेम जोन में फायर फाइटिंग के साधनों का भी अभाव था।
उच्च स्तरीय जांच समिति का होगा गठन: कलक्टर
जिला कलक्टर प्रभव जोशी ने मीडिया को बताया कि शाम 4.30 बजे कंट्रोलरूम में फोन पर आगजनी की सूचना मिली थी। एंबुलेंस और फायरब्रिगेड की टीमें मौके पर पहुंची। गेम जोन का स्ट्रक्चर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया। मृतकों का आंकड़ा 17 से ज्यादा हो सकता है। राज्य सरकार ने उच्च स्तरीय जांच समिति गठित करने के निर्देश मिले हैं। अभी राहत बचाव कार्य को प्राथमिकता दी जा रही है। यह खत्म होते ही आगे की कार्रवाई की जाएगी। मुख्यमंत्री के साथ लगातार संपर्क में हैं।
अब तक 20 शव निकाले: पुलिस आयुक्त
राजकोट शहर पुलिस आयुक्त राजू भार्गव ने बताया कि शाम को टीआरपी गेम जोन में लगी आग पर रात को काबू पा लिया गया। अब तक 20 शवों को बाहर निकाला है। उन्हें आगे की कार्यवाही के लिए अस्पताल में भेजा है। युवराज सिंह सोलंकी नाम के युवक की ओर से इस गेम जोन को संचालित किया जा रहा था। हम उसके विरुद्ध लापरवाही से मौत व अन्य गंभीर धाराओं में प्राथमिकी दर्ज करेंगे।