
मोडासा : पटाखा कारखाना के मालिक सहित दो पर मामला दर्ज
शामलाजी/भिलोडा. अरवल्ली जिले में मोडासा के समीप लालपुरकंपा गांव के निकट पटाखा गोदाम में गुरुवार दोपहर आग लगने से चार मजदूरों की मौत के मामले में पटाखा कारखाने के मालिक सहित दो लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। उधर गुरुवार देर रात मृतक मजदूरों की पहचान हुई जो राजस्थान के डूंगरपुर जिले के बताए जाते हैं।
इस गोदाम में मजूदरी करने वाले राजस्थान के डूंगरपुर जिले के मूल निवासी व वर्तमान में मोडासा के देवायत नगर बाजकोट में रहने वाले सचिन खेमराज कोटेड ने महेश्वरी क्रेकर्स कारखाने के मालिक देवकीनंदन महेश्वरी वभाई महादेवकुमार महेश्वरी के खिलाफ मामला दर्ज करवाया।
दोनों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 304 (गैर इरादतन हत्या), धारा 285 (अग्नि या ज्वलनशील पदार्थ के संबंंध में उपेक्षापूर्ण आचरण), धारा 286 (विस्फोटक पदार्थ के बारे में उपेक्षापूर्ण आचरण) और धारा 114 के तहत मोडासा टाऊन थाने में मामला दर्ज किया गया है।
झुलस गया था चारों मजदूरों का पूरा शरीर
गोदाम में आग लगने से इन चारों मजदूरों का पूरा शरीर झुलस गया था। इन मृत मजदूरों की पहचान डूंगरपुर जिले की सीमलवाड़ा तहसील के गेजी गांव निवासी अजय निनामा (21) व ललित निनामा (41) तथा इसी जिले की चिखली तहसील के कुंआ गांंव निवासी रामलाल गोधा (25) व हरेश उर्फ सांजा (21) के रूप में हुई है। इनमें से मृतक अजय शिकायतकर्ता सचिन का सबसे छोटा भाई था।
शिकायत के अनुसार पांचों मजदूर मोडासा में सेंटिंग व छत भरने के काम के ठेकेदारों केवल पटेल व हेमंत पटेल के वहां 4-5 साल से काम करते थे। करीब 15 दिन पहले बाजकोट के निकट देवायत नगर में केवल व हेमंत पटेल की ओर से काम करवाया जा रहा था।
16 घंटे में आग पर पाया काबू
सूत्रों के अनुसार गोदाम में आग लगने के बाद मेजर कॉल के तहत दमकल टीमों ने मौके पर पहुंचकर आग बुझाने का प्रयास किया। करीब 16 घंटे में आग पर काबू पाया गया। गोदाम के आस-पास के ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों में आग के कारण भय व्याप्त हो गया।
धुएं के कारण भाई को बचाने में असमर्थ हो गया सचिन
शामला/भिलोडा. अरवल्ली जिले में मोडासा के समीप लालपुरकंपा गांव के निकट पटाखा गोदाम में भीषण आग से पूर्व उठे धुएं के गुब्बार के कारण एक भाई को दूसरा भाई नहीं बचा पाया। इस हादसे में मारे गए अजय के भाई सचिन मौके पर पहुंच गए थे। उस दौरान धुएं के कारण न तो अजय कमरे से बाहर निकल सके और न ही सचिन भीतर जा सके। देखते-देखते यह दुर्घटना भाई अजय समेत तीन चार जिंदगियां लील गई।
मूल रूप से राजस्थान के डूंगरपुर जिले के सचिन के अनुसार भाई अजय को बचाने के उसके सभी प्रयास विफल रहे। जिस कमरे में आग लगी थी उस कमरे में जाने के लिए दूसरा कोई रास्ता नहीं था। मोडासा से दमकल व पुलिस मौके पर पहुची। आग पर संपूर्ण काबू पाने में लगभग 16 घंटे कासमय लगा। तब तक बहुत देर हो चुकी थी और चारों की मौत हो चुकी थी।
Published on:
21 Apr 2023 11:10 pm
बड़ी खबरें
View Allअहमदाबाद
गुजरात
ट्रेंडिंग
