पाटीदार आरक्षण आंदोलन समिति (पास) के सूरत के संयोजक निखिल सवाणी ने गुरुवार को इस्तीफा दे
अहमदाबाद।पाटीदार आरक्षण आंदोलन समिति (पास) के सूरत के संयोजक निखिल सवाणी ने गुरुवार को इस्तीफा दे दिया। इसके पीछे उनका कहना है कि पास के मुख्य संयोजक हार्दिक पटेल की मनमानी के चलते यह कदम उठाना पड़ा है। पाटीदार आरक्षण आंदोलन समिति की गतिविधियों को सूरत में मजबूत करने में अहम भूमिका निभाने वाले निखिल सवाणी हार्दिक के काफी करीबी रहे हैं।
अहमदाबाद में संवाददाता सम्मेलन के दौरान निखिल ने कहा कि पाटीदार आंदोलन की शुरुआत में हार्दिक की सोच सभी को साथ लेकर चलने की थी। सभी संयोजक और कार्यकर्ताओं के साथ बातचीत के बाद ही निर्णय लिए जाते थे, लेकिन अब हार्दिक अपनी ही अपनी मनमानी कर रहे हैं। खासकर सूरत के कार्यकर्ता और संयोजकों को ताक पर रखकर कई निर्णय किए गए हैं। हार्दिक की इन मनमानी से उन्हें (निखिल को) नहीं लगता कि अब हार्दिक को उनकी जरूरत है। इस कारण उन्होंने हार्दिक को इस्तीफा दे दिया है। सूरत के कन्वीनर के अलावा निखिल ने वडोदरा, भरुच और नर्मदा के प्रभारी (पास) और मीडिया संयोजक पद से भी इस्तीफा दे दिया है।
आंदोलन अब राजनीतिक दिशा मे!
निखिल का व्यक्तिगत मानना है कि जिस तरह की गतिविधियां चल रहीं हैं उससे लग रहा है कि आंदोलन राजनीतिक दिशा में बढऩे लगा है। उन्होंने कहा कि यदि उनके इस्तीफे से पास के संयोजक की आंख खुले तो भी अच्छा रहेगा। गौरतलब है पास की कोर समिति के पांच सदस्यों में से चिराग पटेल एवं केतन पटेल पहले ही बाहर हो गए थे। उनके कुछ दिनों बाद ही निखिल ने भी इस्तीफा दे दिया। चर्चा है कि इससे आंदोलन को काफी झटका लगेगा।
यह लिखा इस्तीफे में
निखिल की ओर से हार्दिक को बुधवार को लिखे गए पत्र में बताया गया है कि पटीदार समाज की समस्याओं को लेकर गठित समिति से काफी उम्मीद थीं। लेकिन हाल की स्थिति कुछ अलग ही हैं। उनका कहना है कि आंदोलन का मुद्दा अब भटक सा गया है। हार्दिक के विचार बदल गए, अब वे किसी से विचार-विमर्श नहीं करते। उन्हें लग रहा है कि आन्दोलन अब राजनीतिक मोड़ ले रहा है।