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रेलवे देशभर में घुमाएगी ‘स्टेच्यू ऑफ यूनिटी’

अखंड भारत के निर्माता सरदार वल्लभभाई पटेल की 182 फीट प्रतिमा ‘स्टेच्यू ऑफ यूनिटी’ को अंतिम रूप दिया जा रहा है। 31 अक्टूबर को भरुच के निकट...

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Railway will rotate nationwide 'Statue of Unity'

Railway will rotate nationwide 'Statue of Unity'

अहमदाबाद।अखंड भारत के निर्माता सरदार वल्लभभाई पटेल की 182 फीट प्रतिमा ‘स्टेच्यू ऑफ यूनिटी’ को अंतिम रूप दिया जा रहा है। 31 अक्टूबर को भरुच के निकट केवडिय़ा में इस प्रतिमा का अनावरण होगा। इस पल को यादगार बनाने में गुजरात सरकार पुरजोर से जुटी है। रेलवे के जरिए भी देशभर में ‘स्टेच्यू ऑफ यूनिटी’ का संदेश फैलाया जाएगा। इसके लिए अहमदाबाद रेलवे स्टेशन पर एक कंपनी ने विज्ञापन फिल्म बनाई है, जिसमें सरदार पटेल की महत्ता के साथ स्टेच्यू ऑफ यूनिटी की खूबियों को बताया गया है।

इस प्रचार के लिए बनी इस फिल्म में बताया गया है कि एक ट्रेन रेलवे स्टेशन पर रुकती है। कुली सिर पर बैग लेकर यात्री के साथ भागता नजर आता है। तभी ट्रेन के एक कोच में कुछ युवा म्युजिकल इन्स्ट्रुमेंट के साथ घुसते हैं और सीट पर बैठने के बाद ‘यारा मेरे आ यारा मेरे आ...’ गीत गुनगुनाने लगते हैं, लेकिन उसी कोच में युवाओं के सामने की सीट पर खिडक़ी के पास बैठा एक अधेड़ व्यक्ति सरदार वल्लभभाई पटेल की किताब पढऩे में तल्लीन होता है, लेकिन युवाओं को यह रास नहीं आता तो एक युवक उनसे कहता कि क्या दादाजी के जमाने की किताब पढ़ रहे हो? तो अधेड़ उनसे सवाल करता है कि वैसे आप कहां रहे हो? तो युवाओं कहते हैं जूनागढ़? तो अधेड़ उनसे सवाल करता है कि क्या वीजा है जूनागढ़ का? तो युवा कहते हैं कि कौन से जमाने में जी रहे हो बुढऊ? युवा उनका मखौला उड़ाते कहते हैं कि इंडिया में घूमने के लिए कोई वीजा लेना पड़ता है क्या।

तब अधेड़ उनको समझाता है कि हां लेना पड़ता है और सवाल करता है कि कहीं आप घुसपैठिएतो नहीं हो? युवा उनसे उलट सवाल करते हैं कि तो क्या आपके पास वीजा है? अधेड़ तुरंत उसके हाथ में सरदार पटेल की किताब दिखाकर कहता है कि यह है मेरा वीजा....। यदि सरदार पटेल नहीं होते तो हिन्दुस्तान कई देशों में बंटा हुआ होता और वीजा ले कर जाना पड़ता। उनकी बदौलत ही 562 रियासतें एक हुई। वरना कोई पाकिस्तान में जाना चाहता था तो कोई खुद का राज्य बनाना चाहता था। उन्होंने देश को एक किया। यदि वे नहीं होते तो हमारे देश के बीच में पाकिस्तान का झंडा भी लहरा रहा होता?। फिल्म में इसी बीच बातचीत के बीच टीसी आ जाता है कि कहता है कि छोडि़ए भाई, सरदार ने हमें एक किया, लेकिन हमने उनको क्या दिया। इस पर अधेड़ कहता है कि अब तक तो नहीं दिया, लेकिन अब दे रहे हैं, दुनिया का सबसे बड़ा स्टेच्यू ऑफ यूनिटी।


इस विज्ञापन फिल्म के निर्माण से जुड़े फाल्गुन मेहता ने बताया कि इसका मकसद युवाओं में सरदार पटेल की अहमियत बताना है, जिन्होंने अखंड भारत का निर्माण किया। अहमदाबाद मंडल के जनसंपर्क अधिकारी प्रदीप शर्मा ने बताया कि एक सप्ताह पूर्व अहमदाबाद स्टेशन पर इस विज्ञापन फिल्म की शूटिंग हुई थी। शूटिंग के लिए रेल प्रशासन ने पूरी प्रक्रिया की गई थी।

पुष्पेन्द्र सिंह