19 दिसंबर 2025,

शुक्रवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

धोलेरा में वर्ष 2026 में सेमीकंडक्टर की पहली चिप बनकर निकलेगी : अश्विनी

आने वाले दिनों में मेक इन साणंद की तकनीक पूरी दुनिया में जानी जाएगी, भारत के लिए ऐतिहासिक दिन, 3 में दो संयंत्र गुजरात में

2 min read
Google source verification
धोलेरा में वर्ष 2026 में सेमीकंडक्टर की पहली चिप बनकर निकलेगी : अश्विनी

धोलेरा में वर्ष 2026 में सेमीकंडक्टर की पहली चिप बनकर निकलेगी : अश्विनी

गांधीनगर. केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना तकनीक मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि अहमदाबाद के धोलेरा में सेमी कंडक्टर की पहली चिप दिसम्बर, 2026 में बनकर निकलेगी। जबकि साणंद में माइक्रोन की पहली चिप इस वर्ष दिसम्बर तक बनकर निकलेगी। धोलेरा में सेमीकंडक्टर परियोजना की आधारशिला कार्यक्रम के बाद संवाददाता सम्मेलन में यह जानकारी दी।

उन्होंने कहा कि भारत के लिए यह एक ऐतिहासिक दिन है। भारत में तीन सेमीकंडक्टर संयंत्रों का भूमि पूजन किया गया, जिसमें इसमें दो संयंत्र गुजरात से है और एक संयंत्र असम से है। केंद्र सरकार ने गत 24 फरवरी को देश में इन 3 सेमीकंडक्टर संयंत्रों को स्थापित करने की मंजूरी दी थी और 15 दिनों की अल्प अवधि में ही तीनों संयंत्रों का भूमि पूजन किया गया।

वैष्णव ने कहा कि आने वाले दिनों में सेमीकंडक्टर प्लांट के जरिए मेक इन इंडिया, मेक इन साणंद और मेक इन असम की तकनीक पूरी दुनिया में जानी जाएगी। डबल इंजन सरकार कितना अच्छा काम कर सकती है, इसका भी ये सबसे अच्छा उदाहरण है। युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर मिलेंगे।

सेमीकंडक्टर नीति बनाने वाला गुजरात देश का पहला राज्य : मुख्यमंत्री

इस अवसर पर मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने कहा कि राज्य सरकार सेमीकंडक्टर मैन्यूफैक्चरिंग क्षेत्र में गुजरात को भारत का केंद्र बनाने के संकल्प के साथ आगे बढ़ रही है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विकसित भारत के लिए विकसित गुजरात का जो सपना दिया है, उसे साकार करने के लिए गुजरात प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि सेमीकंडक्टर जैसे उभरते क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए एक समर्पित सेमीकंडक्टर नीति बनाने वाला गुजरात देश का पहला राज्य है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य की सेमीकंडक्टर नीति की खास बात यह है कि भारत सरकार की ओर से स्वीकृत सेमीकंडक्टर परियोजनाओं को राज्य में स्वत: मंजूरी मिल जाती है। उन्हें किसी अन्य विशेष अनुमोदन की आवश्यकता नहीं है। सिर्फ दो माह के अंतराल में धोलेरा में टाटा और साणंद में सीजी पावर के प्लान्ट्स की आधारशिला रखी जा रही है।

पटेल ने कहा कि धोलेरा में औद्योगिक सुविधाएं रणनीतिक रूप से सेमीकंडक्टर जैसे विश्व स्तर पर मांग वाले क्षेत्र के लिए सबसे अच्छा स्थान है। अहमदाबाद को धोलेरा से जोड़ने वाला राष्ट्रीय राजमार्ग, क्षेत्रीय रेलवे और धोलेरा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा सेमीकंडक्टर क्षेत्र के लिए आवश्यक लॉजिस्टिक सुविधाएं प्रदान करेगा। धोलेरा और साणंद में स्थापित दोनों इकाइयां रोजगार के पर्याप्त अवसर पैदा करेंगी। इस अवसर पर टाटा ग्रुप के चेयरमैन एन. चंद्रशेखरन ने कहा कि आने वाले दिनों में इस प्लांट से बड़ी संख्या में रोजगार के अवसर भी मिलेंगे।