गुजरात में किसी भी मरीज को डायलिसिस में नहीं होगी कठिनाई: अग्रवाल राज्य में पेनल में शामिल निजी अस्पतालों को डायलिसिस के लिए प्रति मरीज दिए जाते हैं 1950 रुपए
अहमदाबाद. गुजरात सरकार की ओर से प्रझानमंत्री जन आरोग्य योजना (पीएमजेएवाई) कार्ड धारकों के लिए डायलिसिस करने पर निजी हॉस्पिटलों को दी जाने वाली फीस को घटाने के चलते सोमवार से निजी हॉस्पिटलों ने पीएमजेएवाई धारकों की डायलिसिस सेवा बंद कर दी। उनकी इस हड़ताल के चलते राज्य सरकार ने ऐसे मरीजों के लिए हेल्पलाइन नंबर-1800 233 1022 / 9059191905 जारी किया है।
राज्य के अतिरिक्त मुख्य स्वास्थ्य सचिव मनोज अग्रवाल के अनुसार आयुष्मान योजना के तहत यदि किसी मरीज को डायलिसिस करवाने में कठिनाई हो रही है तो वे हेल्पलाइन पर संपर्क कर मदद पा सकते हैं।उन्होने कहा कि गुजरात में डायलिसिस कराने वाले मरीजों को किसी तरह की परेशानी नहीं हो इसके लिए राज्य सरकार ने तैयारी की है। नेशनल हेल्थ ऑथोरिटी (एनएचए) के दिशानिर्देशों के अनुसार प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (पीएमजेएवाई) के तहत देश में डायलिसिस व्यवस्था सुनियोजित रूप से चल रही है।गुजरात में इस के लिए पैनल में शामिल निजी अस्पतालों को प्रति मरीज के हिसाब से 1950 रुपए चुकाए जाते हैं। इनमें डायलिसिस के एवज में 1650 और किराए के एवज में 300 रुपए दिए हैं। गुजरात में यह औसत दर अन्य राज्यों की तुलना में अधिक है।
निजी अस्पतालों को दी जाने वाली फीस अन्य राज्यों से अधिकउन्होंने कहा कि मरीजों को गुणवत्तापूर्ण डायलिसिस सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए एक सुनियोजित योजना बनाई गई है। जिसके तहत ए-वन डायलिसिस कार्यक्रम (गुजरात डायलिसिस प्रोग्राम) के तहत राज्य में 272 निशुल्क डायलिसिस केन्द्र कार्यरत किए गए हैं। यह केन्द्र 30 किलोमीटर के दायरे में बनाए गए हैं। इसके अलावा प्रदेश के सिविल अस्पतालों में भी निःशुल्क डायलिसिस केन्द्र कार्यरत किए गए हैं। इन केंद्रों पर प्रति माह औसतन एक लाख डायलिसिस होती है। उन्होंने कहा कि गुजरात में पीएमजेएवाई पैनल में शामिल निजी अस्पताल में डायलिसिस की दरें देश के अन्य राज्यों की तुलना में अधिक हैं।
16 तक हड़ताल पर रहेंगे निजी अस्पताल
उधर गुजरात नेफ्रोलॉजी एसोसिएशन का कहना है कि पहले उन्हें प्रति डायलिसिस पर 2000 रुपए की फीस (मदद) पीएमजेएवाई के तहत सरकार से मिलती थी, लेकिन नेशनल हेल्थ अथॉरिटी के नए दिशा निर्देश के बाद यह दर घटाकर 1650 रुपए कर दी है। 8 सालों से दर बढ़ाई नहीं थी उल्टी घटा दी। इनकी मांग है कि इस दर को बढ़ाकर 2500 रुपए किया जाए। इस संबंध में सोमवार को सभी कलक्टर कार्यालयों में ज्ञापन सौंपा गया।एसोसिएशन ने कहा कि उनके यहां आने वाले मरीजों को परेशानी ना हो इसलिए उन्होंने 100 मरीजों का मुफ्त में डायलिसिस किया। पीएमजेएवाई के तहत वे 16 अगस्त तक डायलिसिस नहीं करेंगे।