सूरत में सर्वाधिक 85.64 व अहमदाबाद में 71.81 लाख टेस्ट पिछले एक सप्ताह से वैक्सीन में भी आई तेजी
अहमदाबाद. कोरोना लहर Corona wave की आशंका के बीच एक बार फिर टेस्ट test और वैक्सीन Vaccine लेने वालों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। गुजरात में अब तक हो चुके 46343118 (4.63 करोड़ से अधिक) टेस्ट में से सबसे अधिक 8564427 टेस्ट सूरत जिले में हुए हैं। अहमदाबाद जिला इस मामले में दूसरे स्थान पर है, जहां अब तक 7181334 टेस्ट हुए हैं।
चीन और अन्य कुछ देशों में कोरोना के कारण बिगड़ रहे हालातों को ध्यान में रखकर केन्द्र और राज्य सरकार की ओर से सतर्कता बरतना शुरू कर दिया है। पिछले कुछ दिनों से कोरोना के टेस्ट की संख्या में वृद्धि हुई है। कुछ दिनों पहले जहां राज्य में कोरोना के टेस्ट की संख्या आठ हजार से कम थी जो अब 12 हजार के ऊपर आ गई है। संभावना है कि अगले दिनों में यह संख्या और भी बढ़ेगी। शनिवार को राज्य में हुए 12901 टेस्ट में से सबसे अधिक 1388 टेस्ट अहमदाबाद जिले में किए गए। जहां एक ही दिन में नौ लोग कोरोना से पॉजिटिव मिले। अहमदाबाद के अलावा सूरत में शनिवार को 1146 टेस्ट किए गए। जबकि भावनगर में 1075, जूनागढ़ में 914, बनासकांठा मेँ 730ष राजकोट में 654, महेसाणा में 581, वडोदरा में 524 तथा कच्छ में भी 522 टेस्ट किए गए।
वैक्सीन की संख्या में भी तेजी से वृद्धि
राज्य में कोरोना की संभावित लहर से न सिर्फ प्रशासन बल्कि स्वेच्छिक रूप से लोग आगे आ रहे हैं। वैसे तो ज्यादातर लोग अपने दोनों डोज पूरे कर चुके हैं, लेकिन प्रिकॉशन डोज लेने के लिए लोग केन्द्रों पर पहुंच रहे हैं। प्रदेश में पिछले सात दिनों में देखा जाए तो लगातार वैक्सीन की संख्या बढ़ी है। गत 18 दिसम्बर को प्रदेश में 278 लोगों ने वैक्सीन ली थी। इसके बाद 19 दिसम्बर को 1093 ने वैक्सीन ली थी। 20 दिसम्बर को 3030 लोगों ने 21 को 3086लोगों ने, 22 दिसम्बर को 10416 और 23 दिसम्बर को 16 हजार से अधिक लोगों ने प्रिकॉशन डोज समेत वैक्सीन ली थी। शनिवार (हाफ डे) में भी 12582 लोग ने टीकाकरण केन्द्रों पर पहुंचकर वैक्सीन ली।
क्या कहते हैं चिकित्सक
ऐसा नहीं है कि वैक्सीन ली तो कोरोना नहीं होगा। कोरोना का संक्रमण वैक्सीन लेने के बाद भी लग सकता है। देखा जा रहा है कि वैक्सीन लेने वालों में यदि कोरोना का संक्रमण लगा है तो उन्हें गंभीर स्थितियों का सामना नहीं करना पड़ा है। ज्यादातर को हॉस्पिटल में भी भर्ती नहीं होना पड़ा है। यही कारण हैं कि राज्य मेंं टीकाकरण के बाद कोरोना की गंभीर स्थिति को टाला जा सका है। लोगों को चाहिए कि उन्हें प्रिकॉशन डोज में भी लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए।
डॉ. राकेश जोशी, अधीक्षक सिविल अस्पताल अहमदाबाद