गोधरा. वायरल एन्केफेलाइटिस वायरस से पंचमहाल जिले में तीन बच्चों की मौत हो गई। इसके लक्षण चांदीपुरम के समान हैं। पंचमहाल जिले में चांदीपुरम वायरस जैसे लक्षण वाले वायरल एन्केफेलाइटिस वायरस के कारण तीन बच्चों की मौत होने की सूचना जिला स्वास्थ्य विभाग से मिली। इनमें हालोल, गोधरा और शहेरा सहित तीन तहसीलों में चार मामले देखे गए।
फिलहाल इस मामले को लेकर पुदुचेरी से आईसीएमआर सहित गुजरात, पुणे की स्वास्थ्य टीम गोधरा पहुंच चुकी है। वह नमूने ले रही हैं और उनकी जांच कर रही हैं। स्वास्थ्य विभाग ने भी सतर्कता बरतना शुरू किया है।
गुजरात में मानसून का मौसम शुरू हो गया है। इसके कारण मौसम में बदलाव होने पर वायरल बुखार के मामले सामने आते हैं। इस साल पंचमहाल जिले में चांदीपुरम वायरस के लक्षणों सरीखे वायरल एन्केफेलाइटिस वायरस के चार मामले फिर सामने आए हैं। यह मामले शहेरा के डोकवा, गोधरा के खजूरी व बेतिया और हालोल के जाम्बुडी गांव में मिले। इनमें से तीनों गांवों के कुल तीन बच्चों की इलाज के दौरान मौत हो गई। एक बच्चे का अभी वडोदरा के एसएसजी अस्पताल में इलाज चल रहा है।
पंचमहाल जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. विपुल गामित ने बताया कि पंचमहाल जिले में चांदीपुरम से मिलते-जुलते लक्षण वाला वायरल एन्केफेलाइटिस वायरस व्याप्त है। यह चांदीपुरम नहीं है। परीक्षणों में तीन मामलों में चांदीपुरम की जांच रिपोर्ट नेगेटिव आई। इसके अलावा, वायरल संबंधी अन्य परीक्षण की रिपोर्ट भी नेगेटिव आई।
बरसात के मौसम की शुरुआत में गोधरा, पंचमहाल में ऐसे मामले देखने को मिलते हैं। हमने पहले ही प्रभावित क्षेत्रों में धूल हटाने और फॉगिंग की गतिविधियां शुरू कर दी थीं। गोधरा सिविल अस्पताल में जो मामले आए, उनमें से दो मामले गोधरा, एक मामला शहेरा और एक मामला हालोल तहसील से आया। हालोल का मामला वडोदरा एसएसजी अस्पताल भेजा गया था। जबकि गोधरा और शहेरा के मामले गोधरा सिविल अस्पताल में दर्ज किए गए, जिनमें तीन बच्चों की मौत हो गई। एक बच्चे का फिलहाल इलाज चल रहा है। चांदीपुरम वायरस की रिपोर्ट नेगेटिव थी। चूंकि यह एक अलग प्रकार का वायरस है, इसलिए इसकी शोध की गतिविधि जारी है और वर्तमान में पुदुचेरी से आईसीएमआर की टीम और गुजरात व पुणे से भी टीमें प्रभावित क्षेत्रों में जाकर नमूने ले रही हैं और जांच कर रही हैं।
Published on:
05 Jul 2025 10:30 pm