2386 करोड़ यूनिट बिजली खरीदी अजमेर विद्युत वितरण निगम ने पिछले साल कुल 2 हजार 386 करोड़ यूनिट बिजली खरीदी। इसके पेटे 10 हजार 828 करोड़ रूपए का भुगतान किया गया। वर्ष 2019-20 में निगम को 436 करोड़ का घाटा हुआ था। लेकिन इस बार डिस्कॉम घाटे में जाने के बजाय फायदे में रहेगा। पिछले साल लॉकडाउन के कारण औद्योगिक इकाइयां पूरी तरह बंद थीं। इसलिए बिजली की खरीद भी कम हुई। इसके अलावा छीजत में कमी और बेहतर राजस्व वसूली, खर्चों में कटौती भी निगम के फायदे में आने का प्रमुख कारण माना जा रहा है।
यहां से होती है बिजली की खरीद अजमेर विद्युत विद्युत वितरण निगम को केन्द्र की एनएचपीसी, एनटीपीसी केन्द्र के विभिन्न पावर जनरेशन प्लांट, पंजाब, हिमाचल, यूपी, सोलर प्लांट, बॉयोमास, विंड एनर्जी तथा राज्य सरकार के विभिन्न पावर प्लांट तथा निजी क्षेत्र के विभिन्न पावर प्लांट से बिजली की खरीद करता है।
अब तक यह हुआ खर्च निगम ने विद्युत नियामक आयोग के निर्देश पर 10 सर्किलों के एसेट रजिस्टर तैयार कर लिए है। निगम ने 1 अप्रेल 2000 से अपने गठन बाद से अब तक 10 हजार 470 करोड़ 59 लाख रूपए खर्च कर चल -अचल सम्पत्ति तैयार की है। इनमें विद्युत लाइनें,जीएसएस, फीडर, ट्रांसफार्मर,भवन, वाहन सहित अन्य शामिल है। इससे यह पता चलता है निगम ने कितनी कीमत की सम्पति है।
इनका कहना है यह टेंटेटिव रेट है अभी फाइनल नहीं है। राजस्थान ऊर्जा निगम रेट देगा तो पता चलेगा। अकाउंट अभी फाइनल नहीं हुआ, सितम्बर में पूरे होंगे तब पता चलेगा। एम.के.गोयल, निदेशक वित्त, अजमेर डिस्कॉम