7 दिसंबर 2025,

रविवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

अजमेर दरगाह का 813वां उर्स: हामिद खान मेवाती ने पेश की CM भजनलाल की चादर, प्रदेश के लिए मांगी ये दुआ

Ajmer Urs 2025: राजस्थान के अजमेर स्थित विश्वविख्यात ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह पर 813वें उर्स के मौके पर प्रदेशभर से श्रद्धालुओं और नेताओं का जमावड़ा हो रहा है।

2 min read
Google source verification
CM Bhajanlal

Ajmer Urs 2025: राजस्थान के अजमेर स्थित विश्वविख्यात ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह पर 813वें उर्स के मौके पर प्रदेशभर से श्रद्धालुओं और नेताओं का जमावड़ा हो रहा है। इस पवित्र अवसर पर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और उपमुख्यमंत्री डॉ प्रेमचंद बैरवा की ओर से चादर पेश की गई। इन चादरों के जरिए प्रदेश में अमन, चैन और खुशहाली की दुआ मांगी गई।

मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा का संदेश

मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की ओर से उनकी चादर अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष हामिद खान मेवाती ने पेश की। चादर के साथ सीएम का संदेश बुलंद दरवाजे से पढ़ा गया। अपने संदेश में मुख्यमंत्री ने कहा कि दुनिया में अमन-चैन, शांति और भाईचारे का पैगाम है गरीब नवाज की पहचान। राजस्थान में गंगा-जमुना तहजीब बनी रहे, यही हमारी कामना है। मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों के लिए सुख-शांति और समृद्धि की दुआ भी मांगी।

इस दौरान उपमुख्यमंत्री डॉ. प्रेमचंद बैरवा की ओर से भी चादर दरगाह में पेश की गई। दोनों नेताओं की चादरें आस्थाना शरीफ में उनके वकील खादिमों ने पेश कीं। इस दौरान प्रदेश के विकास, भाईचारे और सांप्रदायिक सौहार्द के लिए विशेष दुआ की गई।

यह भी पढ़ें : रमेश बिधूड़ी के बयान पर सियासी बवाल, गहलोत बोले- इससे ज़्यादा घटिया बयान क्या होगा? BJP की चुप्पी पर उठाए सवाल

पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की चादर

इससे पहले पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की ओर से भी चादर पेश की गई थी। उनकी चादर अल्पसंख्यक मोर्चा के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष डॉ. मजीद मलिक कमांडो और मोर्चा के उपाध्यक्ष मुंसिफ अली खान लेकर पहुंचे। वसुंधरा राजे का संदेश भी बुलंद दरवाजे पर पढ़ा गया, जिसमें उन्होंने प्रदेश में शांति और भाईचारे की कामना की।

अमन-चैन और भाईचारे का प्रतीक उर्स

बताते चलें कि ख्वाजा गरीब नवाज का उर्स भारत में सांप्रदायिक सौहार्द और भाईचारे का अद्वितीय उदाहरण है। इस मौके पर हर धर्म और समुदाय के लोग बड़ी संख्या में दरगाह पहुंचते हैं। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और अन्य नेताओं की चादर पेशी ने इस बात को फिर से साबित किया कि राजस्थान में गंगा-जमुना तहजीब का महत्व कितना गहरा है। उर्स के इस अवसर पर प्रदेशवासियों ने एक बार फिर अमन और सद्भाव की दुआ मांगी।

यह भी पढ़ें : मंत्री जोगाराम पटेल बोले- पेपर लीक नहीं हुआ, डोटासरा ने किया पलटवार; बोले- ‘सरकार नाकाम, इसलिए झूठ बोल रही है…’