अतिक्रमियों की नहीं खैर , उपखंड प्रशासन की हुई विशेष बैठक अतिक्रमण के मकडज़ाल में फंसे शहर को शीघ्र ही मुक्ति मिलने वाली है। इस सम्बंध में उपखण्ड अधिकारी देवीसिंह ने बुधवार शाम को विशेष बैठक ली। यह कार्रवाई राजस्थान पत्रिका में विगत एक सप्ताह से अतिक्रमण के खिलाफ चलाई जा रही खबरों की शृंखला के बाद हुई है।
राजाखेड़ा. अतिक्रमण के मकडज़ाल में फंसे शहर को शीघ्र ही मुक्ति मिलने वाली है। इस सम्बंध में उपखण्ड अधिकारी देवीसिंह ने बुधवार शाम को विशेष बैठक ली। यह कार्रवाई राजस्थान पत्रिका में विगत एक सप्ताह से अतिक्रमण के खिलाफ चलाई जा रही खबरों की शृंखला के बाद हुई है। पत्रिका के धोलपुर अंक में 16 दिसंबर से शुरू किए अभियान के तहत '60 फीट की सड़क 6 फीट की गली में तब्दीलÓ सहित विभिन्न खबरें प्रकाशित की गईं। इसमें लगातार आमजन, व्यापारियों, जनप्रतिनिधियों, महिलाओं, छात्राओं की पीड़ा को उजागर किया गया। इसके बाद अंतत: उपखंड प्रशासन की तंद्रा टूटी है। एसडीएम ने जिम्मेदार उपखंड स्तरीय विभागीय अधिकारियों, जनप्रतिनिधियों, व्यापारियों के साथ बैठक कर क्षेत्र में अतिक्रमण के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करने की कार्ययोजना बना ली है। एक जनवरी से 15 जनवरी तक अतिक्रमण के विरुद्ध सघन अभियान चलाने के निर्देश जारी किए हैं।
क्या किए निर्णय
बैठक में निर्णय किया गया कि तहसीलदार राजाखेड़ा के नेतृत्व में मरेना, मछरिया, चौहान के पटवारी, गिरदावर, सार्वजनिक निर्माण विभाग के साथ संयुक्त टीम का गठन कर अतिक्रमणों को चिह्नित कर धारा 91 के तहत कार्रवाई अमल में लाएंगे। पुलिस विभाग एक विशेष अभियान चलाकर उत्तरप्रदेश की सभी सीमाओं, धौलपुर बस स्टैंड, मरेना, दिहोली पर बिना नम्बर प्लेट, हेलमेट के वाहनों पर कानूनी कार्रवाई करेंगे। साथ ही अवैध ओवरलोड वाहनों के विरुद्ध भी कार्रवाई करेंगे। सड़कों और स्टेट हाईवे पर सभी खतरनाक मोड़ पर पीडब्लयूडी संकेत बोर्ड लगाएगा। गति को नियंत्रित करने के लिए उचित अवरोधक भी सड़कों के साथ बाजारों में भी लगाए जाएंगे। सड़कों के दोनों ओर सफेद पट्टी बनाई जाएगी। जिससे कोहरे के समय वाहन चालकों को सड़क का अंदाजा बना रहे। साथ ही सब्जी मंडी भी गौरव पथ से हटाकर मुन्ना कॉलोनी में स्थान्तरित करने का निर्णय किया गया।
नो एंट्री पर नहीं हुआ विचार
बाजारों में जाम के लिए अतिक्रमण के साथ समान रूप से जिम्मेदार खुलेआम बड़े वाहनों का प्रवेश भी है। लेकिन बैठक में बाजारों में पूर्व की भांति नो एंट्री पर कोई निर्णय नहीं किया गया। जिससे व्यापारियों में नाराजगी बनी हुई थी। पूर्व में पुलिस चौकी टाउन से मनोरमा की कोठी तक प्रात: 8 से शाम 8 बजे तक चौपहिया वाहनों और ढेल धकेलों की नो एंट्री थी। जिससे राहत रहती थी।
नो वेंडिंग जोन लागू करने पर भी नहीं हुआ विचार
चौकी टाउन से सभी बाजारों को एक दशक पूर्व ही नो वेंडिंग जोन में शामिल कर यहां अस्थायी, फुटपाथी दुकानों, ठेलों के संचालन पर रोक लगाई गई थी। इस पूर्व निर्णय के अमल पर भी विचार नहीं किया गया। जबकि यहां बड़े व्यापारी ही अपनी दुकानों के आगे खड़े ठेली वालों से 5000 रुपए तक किराया वसूल करते हैं, जबकि सड़कें नगरपालिका की हैं।
ये हुए शामिल
बैठक में तहसीलदार राजाखेड़ा थानाधिकारी राजाखेड़ा अजयसिंह, दिहोली बीधाराम, विकास अधिकारी पंचायत समिति राकेश सिंघल, सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता डीके गुप्ता व अन्य विभागों के अधिकारी मौजूद रहे