
abvp agitation
अजमेर.
स्नातक और स्नातकोत्तर परीक्षाओं को लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के छात्रों ने महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय में प्रदर्शन किया। छात्रों ने कुछ देर मुख्य द्वार बंद कर दिया। इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ीं। विश्वविद्यालय प्रशासन ने राज्य सरकार और यूजीसी के निर्देशों का इंतजार करने की बात कही।
संगठन मंत्री सोहन शर्मा, महानगर मंत्री आशूराम डूकिया, एसपीसी-जीसीए छात्रसंघ अध्यक्ष विकास गोरा कीअगुवाई में छात्र विश्वविद्यालय पहुंचे। उन्होंने कुछ देर मुख्य द्वार बंद कर धरना दिया। छात्र यहां से नारेबाजी और प्रदर्शन करते हुए कुलपति सचिवालय पहुंचे।
परीक्षाओं पर असमंजस की स्थिति
छात्रों ने चीफ प्रॉक्टर प्रो. अरविंद पारीक को सौंपे ज्ञापन में बताया कि यूजीसी ने तृतीय वर्ष की परीक्षाएं कराने को कहा है। उधर राज्य सरकार परीक्षाएं स्थगित कर चुकी हैं। इससे विद्यार्थियों में असमंजस है। परीक्षाओं को लेकर वास्तविक स्थिति से अवगत कराया जाना चाहिए। इसके अलावा अंकतालिका में 'प्रमोट Óशब्द नहीं लिखा जाना चाहिए। साथ ही कोरोना संक्रमण और संस्थान बंद होने के कारण कोर्स में 30 प्रतिशत कटौती करनी चाहिए।
वनवीक सीरीज को बताया किताबें
छात्र प्रदर्शन के दौरान वनवीक सीरीज लेकर बैठे। छात्रों ने इन्हें कोर्स की किताबें बताते हुए फोटो खिंचवाए। जबकि ज्यादातर विद्यार्थी वनवीक सीरीज को केवल परीक्षाओं के दौरान ही पढ़ते हैं। कोर्स की मूल किताबों में विस्तृत सामग्री होती है।
संगठनों में प्रदर्शन की होड़..
जून अंत और जुलाई के शुरुआत में एनएसयूआई ने परीक्षाएं स्थगित करने को लेकर प्रदर्शन किए थे। राज्य सरकार ने परीक्षाएं स्थगित भी कीं। अब अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने यूजीसी के परीक्षाएं कराने के आदेश और सरकार के फैसले के बाद असमंजस की स्थिति को मुद्दा बनाकर प्रदर्शन किया है।
Published on:
17 Jul 2020 06:59 am
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