अजमेर. जाते नवंबर में मौसम अचानक बदल गया है। शुक्रवार सुबह जमीन पर ओस और आसमान पर बादलों संग कोहरा छाया रहा। सूरज के कोहरे-बादलों के आगोश में छुपने से लोगों को धूप नसीब नहीं हुई। मौसम में घुली ठंड और गलन ने परेशान किया। कई जगह लोग अलाव जलाकर उसके सहारे बैठे रहे।
अल सुबह से आसमान में बादल और कोहरा छा गया। लोग सिर से पैर तक ऊनी कपड़ों में लिपटे रहे। वाहनों, पेड़-पौधों और जमीन पर ओस भी नजर आई। सूरज नहीं निकलने से मौसम में ठंडक बढ़ गई। नलों में पानी भी बर्फ सा महसूस हुआ। मौसम में घुली गलन ने लोगों को परेशान किया। शाम होते ही सर्दी फिर बढ़ गई। शहर में कई जगह सडक़ों के किनारे और चाय-थडिय़ों पर लोग अलाव जलाकर बैठे रहे। रात के तापमान में करीब 3 से 6 डिग्री की गिरावट बनी हुई है।
पारे में जारी उतार-चढ़ाव
पारे में उतार-चढ़ाव कायम है। पिछले दिनों न्यूनतम पारा लुढक़ता हुआ 15 डिग्री तक पहुंच गया था। दो-तीन में यह फिर बढकऱ 16 से 17 डिग्री तक पहुंच गया। अब इसमें फिर गिरावट हुई है। हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर में बर्फबारी और कई प्रदेशों में चक्रवाती परिसंचार बनने से मौसम बदला है। यह सिलसिला अब दिसम्बर से जनवरी-फरवरी तक चलेगा।
अब बढ़ेगी सर्दी
साल का अंतिम महीना यानि दिसंबर शुरू होने को है। सर्दी की रंगत अब धीरे-धीरे बढ़ेगी। अगर न्यूनतम तापमान के लिहाज से देखें तो 13 जनवरी 2017 को न्यूनतम तापमान 3.0 डिग्री के साथ सबसे सर्द दिन रहा था। इसके बाद बीते साल 28 दिसंबर को पारा 4.0 डिग्री पर जा पहुंचा था। अजमेर में दिसंबर-जनवरी के दौरान पारा 3 से 8 डिग्री के बीच रहता आया है।
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