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देश की बेटियां नापेंगी अरावली की पहाडिय़ां, अजमेर में होगा रोमांचक ट्रेकिंग एक्सपीडिशन

यह लगातार नवां साल होगा जबकि अजमेर में गल्र्स ट्रेकिंग एक्सपीडिशन का आयोजन हो रहा है।

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रक्तिम तिवारी/अजमेर।

देश भर के विभिन्न एनसीसी निदेशालय से सम्बद्ध एनसीसी कैडेट्स अरावली की पहाडिय़ों पर ट्रेकिंग करेंगी। एनसीसी निदेशालय राजस्थान और एनसीसी महानिदेशालय विभिन्न राज्यों की कैडेट्स को ऑल इंडिया गल्र्स ट्रेकिंग एक्सपीडिशन में उन्हें यह अवसर देगा। यह लगातार नवां साल होगा जबकि अजमेर में गल्र्स ट्रेकिंग एक्सपीडिशन का आयोजन हो रहा है।

उदयपुर एनसीसी के ग्रुप कमांडर कर्नल जे. पी. सिंह ने मंगलवार को पत्रकारों को बताया कि अखिल भारतीय गल्र्स ट्रेकिंग एक्सपीडिशन दो चरणों में होगा। पहला चरण 8 से 14 नवम्बर और दूसरा 18 से 25 नवम्बर तक चलेगा। कायड़ विश्राम स्थली में एनसीसी कैडेट्स का मुख्य कैंप बनाया गया है। कैडेट्स पुष्कर घाटी में नाग पहाड़, तारागढ़ और नारेली पर ट्रेकिंग करेंगी।

इस दौरान उन्हें ख्वाजा साहब की दरगाह, पुष्कर, सोनीजी की नसियां, पृथ्वीराज चौहान स्मारक, नारेली और तारागढ़ का भ्रमण कराया जाएगा। ट्रेकिंग का उद्देश्य कैडेट्स को आत्म निर्भर बनाने के साथ-साथ सौहाद, संस्कृतियों के आदान-प्रदान, साहसिक अभियान के प्रति रुचि बढ़ाना है। एनसीसी निदेशालय राजस्थान के निदेशक एयर कमोडोर टी. के. सिन्हा ने ट्रेकिंग एक्सपीडिशन के लिए संदेश भी भेजा है।

एक्सपीडिशन में जम्मू-कश्मीर, पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, चंडीगढ़, उत्तराखंड, राजस्थान, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, यूपी, दिल्ली और अन्य राज्यों की कैडेट्स और एनसीसी अधिकारी शामिल होंगे। विभिन्न राज्यों की कैडेट्स अपने-अपने प्रांतों की सांस्कृतिक प्रस्तुतियां भी देंगी। इसमें राजस्थान के घूमर, पंजाब का भांगड़ा और गिद्दा, उत्तर प्रदेश के भोजपुरी और अन्य नृत्य प्रमुख होंगे। नेइस दौरान 2 राज एनसीसी नेवल के कप्तान अशोक तिवारी, कर्नल एच. के. राना भी मौजूद थे।

अजमेर से हुई है शुरुआत
ऑल इंडिया गल्र्स ट्रेकिंग एक्सपीडिशन की शुरुआत वर्ष 2008-09 में अजमेर से हुई है। एनसीसी निदेशालय राजस्थान को अजमेर में अरावली की पहाडिय़ां ट्रेकिंग के लिए पसंद आई। तबसे लगातार प्रतिवर्ष ट्रेकिंग कराई जा रही है।

यहां असम, अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर, मेघालय, त्रिपुरा, मिजोरम, सिक्किम की कैडेट्स भी ट्रेकिंग के लिए आ चुकी हैं। इनके अलावा दक्षिणी राज्यों की कैडेट्स भी आती रही हैं। अरावली पर्वतश्रंखला दुनिया में सबसे प्राचीन है। यहां की पहाडिय़ों में ऊबड़-खाबड़ और पथरीली मार्ग पर ट्रेकिंग करना वास्तव में रोमांचक होता है। पुष्कर और तारागढ़ क्षेत्र में अरावली में फैली हरियाली कैडेट्स को बहुत पसंद आती है।