
smart city bus
भूपेन्द्र सिंह/अजमेर.
करीब एक साल बाद नगर निगम की हृदय योजना के तहत शहर के लोगों को आवागमन की सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए आचार संहिता लागू होने से पहले आनन-फानन में अजमेर पुष्कर सिटी बस लिमिटेड के तहत शुरू हुआ सिटी बसों का सफर फिर थम गया है। सिटी बस सेवा के तहत पिछले चिकित्सा एंव जनसम्पर्क मंत्री रघु शर्मा ने अजमेर-पुष्कर तथा अजमेर-किशनगढ़ रूट पर बसों के संचालन के लिए हरी झंडी दिखाई दी थी। अब इन बसों का संचालन तकनीकी खामी के कारण रोक दिया गया है।
केवल एक गेट है बस में
पब्लिक ट्रांसपोर्ट के रूप में चलने वाली इन बसों में केवल एक ही गेट है। ऐसे में लोगों को एक ही गेट से चढऩे और उतरने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। इस कारण अब इन बसों में प्रवेश व निकासी का अलग-अलग गेट बनाने का निर्माण लिया गया है। इस 32 सीटर बस में एक और गेट निकालने से इसमें सवारी बैठने की क्षमता भी घटेगी।
दुरुस्त नहीं किया गया खामी को
इन बसों में टे्रेकिंग के लिए अभी न तो जीपीएस लगा है और न ही इन बसों में कैमरे ही लगे हैं। मामले में खास यह भी है कि इन बसों पर अभी स्थायी नम्बर भी नहीं है। ठेकेदार फर्म ने तकनीकी खामियों को दूर करने के लिए सिटी सेवा के तहत चल रही बसों को अलवर वर्कशॉप भेजा है। अब सवाल यह है कि इस बसों के संचालन से पूर्व ही तकनीकी खामी को क्यों दुरुस्त नहीं किया गया।
इन रूटों नहीं मिली संचालन की अनुमति
सिटी बस सेवा के तहत 15 बसों का सात रूट पर संचालन होना था लेकिन परिवहन विभाग की पांच रूट पर बस संचालन की अनुमति ही नहीं दी। इसलिए केवल दो रूट पर ही सिटी बसों का संचालन शुरू हो सका। हटूंडी से नौसरघाटी, दौराई से फाय सागर,हटुंडी से एमडीएस के बीच, दौराई से जनाना तथा बड़लिया चौराहे से माकड़वाली रूट पर तो सिटी बसों का संचालन ही परमिट नहीं मिलने के कारण अटक गया है।
जनता को जल्द ही दोबारा बसें उपलब्ध करवाई जाएगी। वर्कऑर्डर के अनुसार ठेकेदार के पास अभी समय है। जल्द ही अन्य बसें भी लगाई जाएगी।
Published on:
21 Mar 2019 05:05 pm
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