पुष्कर. तीर्थ नगरी पुष्कर का मेला परवान पर है। श्रद्धालुओं की भीड़ में इजाफा होने लगा है। तडक़े से देर रात तक पुष्कर सरोवर के घाटों व मंदिरों पर घंटे-घडिय़ाल और जयकारों की गूंज हो रही है। ग्रामीण संस्कृति की खेल प्रतियोगिताओं में विदेशी महिला पर्यटकों ने उत्साह से भाग लिया। इस दौरान मनोरंजन करते हुए उन्होंने खूब ठहाके लगाए। रेगिस्तान का जहाज कहे जाने वाले राज्य पशु ऊंट ने मंगलवार को पुष्कर के धोरों में ढोल की थाप पर ठुमके लगाए। विभिन्न स्थानों से आए ऊंट मालिकों ने अपने अपने ऊंटों को नचाया। खासकर चारपाई पर खड़े होकर संतुलन बनाकर दो पैर पर नृत्य काफी आकर्षक रहा। इस देख दर्शक दांतों तले अंगुली दबाने को मजबूर हो गए। इसमें कुल ९ ऊंटों ने नृत्य किया। सर्वश्रेष्ठ नृत्य करने पर पहले स्थान पर झाड़ोल निवासी प्रभु सिंह, दूसरे स्थान पर सीकर का विजेन्द्र सिंह तथा तीसरे स्थान पर डीडवाना (नागौर) के हनुमान सिंह का ऊंट रहा।
दुल्हन के तरह सजे ऊंट : सीकर का ऊंट को मिला पहला स्थान
रंग-बिरंगी सजे ऊंटों को देख विदेशी पर्यटक झूम उठे। सतरंगी छटा से सजे ऊंटों के साथ खड़ंे होकर पर्यटकों ने खूब फोटो खींचे। कोई ऊंट की गर्दन पकडक़र चूम रहा था तो कोई पर्यटक ऊंट की सजावट को देखकर अभिभूत था। पुष्कर मेले में ऊंट सज्जा प्रतियोगिता में कुल दस ऊंटों ने भाग लिया। पहले स्थान पर सीकर के विजेन्द्र सिंह ,दूसरे स्थान पर पुष्कर के पांची बागड़ी तथा तीसरे स्थान पर गनाहेड़ा के राजू का ऊंट रहा।
परदेसी पर्यटकों ने जीता सतोलिया खेल
पुष्कर के मेला मैदान में मंगलवार को देशी व परदेसी पर्यटकों के बीच राजस्थान का परम्परागत सतोलिया खेल रोमांचक रहा। इसमें दोनों टीमों के सात-सात खिलाडि़यों ने भाग लिया। खेल से अनजान होते हुए भी परदेसी पर्यटकों ने एक प्वाइन्ट से खेल जीत लिया।
लंगड़ी टांग दौड़ में इंग्लैण्ड की पप्पी को मिला पहला स्थान
मेला मैदान के रेतीले धोरों में देशी व परदेसी महिलाओं की लंगड़ी टांग प्रतियोगिता काफी आकर्षक रही। दौडऩे का इशारा मिलते ही विदेशी बालाओं ने एक टांग पर धोरों में दौड़ लगाई। कोई आधे रास्ते में ही रुक गई तो किसी ने सभी को पीछे छोडक़र ईनाम जीता। इसमे इंग्लैण्ड की पप्पी ने पहला स्थान पाया। वहीं दूसरे स्थान पर बेल्जियम की कैथीना रही। कुल सात विदेशी बालाआंे व १२ स्थानीय महिलाआें ने भाग लंगड़ी टांग दौड़ प्रतियोगिता में भाग लिया।