-कई जगह कचरा डिपो के बाहर फैली रहती है गंदगी, संजीदगी से नहीं होती सफाई -सड़क किनारों पर पड़े मलबे की करनी होगी लेवलिंग अजमेर. शहर में सफाई के क्या हालात और कैसे इंतजाम हैं, इसकी रैंकिंग क्या होगी इसका निर्धारण अगले कुछ दिनों में होगा। स्वच्छ भारत मिशन के तहत सर्वे टीम जल्दी ही […]
-कई जगह कचरा डिपो के बाहर फैली रहती है गंदगी, संजीदगी से नहीं होती सफाई
-सड़क किनारों पर पड़े मलबे की करनी होगी लेवलिंग
अजमेर. शहर में सफाई के क्या हालात और कैसे इंतजाम हैं, इसकी रैंकिंग क्या होगी इसका निर्धारण अगले कुछ दिनों में होगा। स्वच्छ भारत मिशन के तहत सर्वे टीम जल्दी ही अजमेर का दौरा करेगी। सर्वेक्षण टीम सार्वजनिक शौचालय, उनकी सफाई, भवन निर्माण सामग्री का मलबा, खुले भूखंडों व आवासीय योजनाओं के खुले क्षेत्रों को भी सर्वे में शामिल करेगी।इसके साथ ट्रेंचिंग ग्राउंड में कचरा सेग्रीगेशन मशीन से कचरा पृथक्करण की प्रक्रिया को भी मानक अंकों में शामिल किया गया है। स्वच्छता रैंकिंग सुधार के लिए निगम की टीमें फिलहाल शहर के प्रमुख रास्तों व सार्वजनिक शौचालयों आदि की साफ-सफाई में लगी हैं। हालांकि कई जगह नियमों की अनदेखी व काम में लापरवाही देखी जा सकती है। इससे रैंकिंग प्रभावित हो सकती है।
जनसहभागिता जरूरी
रैंकिंग सुधारने के लिए जनसहभागिता व एनजीओ के स्वच्छता अभियानों के साथ कचरे का सेग्रीगेशन करने जैसे प्रमुख कार्य हैं। आमजन को घरों से ही गीले व सूखे कचरे को अलग कर रखना होगा। इससे रैंकिंग सुधार में सहयोग मिलेगा।
सर्विस लेवल प्रोग्रेस- डोर-टू-डोर, सड़क सफाई, गीला-सूखा कचरा - 60 प्रतिशत
सर्टिफिकेशन ओडीएफ- खुले में शौचमुक्त, सार्वजनिक टॉयलेट - 26 प्रतिशत
जनसहभागिता- प्लास्टिक मुक्त अभियान - 14 प्रतिशत
----------------------------------------------
गीला कचरा- सीवरेज प्लांट, रसोई बाथरूम व वर्षा जल निस्तारण
---------------------------------------------
ठोस कचरा
कंपोस्टेबल - सब्जी छिलके आदि से खाद के उपयोगनॉन कंपोस्टेबल
- नारियल छिलका, अंडा, प्याज छिलका
------------------------
अभी तक की रैंकिंग...
वर्ष 2022 -
राज्य स्तर - 3
राष्ट्रीय स्तर पर - 138
वर्ष 2023
राज्य स्तर - 3
राष्ट्रीय स्तर पर - 216
-----------------------------------------------
लोगों को घरों से ही कचरे का विभक्तिकरण करना होगा जिससे ट्रेंचिंग प्लांट पर इसके सग्रीगेशन में मदद मिले। इससे हमारी रैंकिंग सुधरने की उम्मीद है। घर व दुकानों के बाहर कचरा नहीं छोड़ा जाए।
बबीता सिंह, एईएन-पर्यावरण व स्वच्छता प्रभारी
नगर निगम, अजमेर