जिला कलक्टर विश्व मोहन शर्मा ने बताया कि सम्पूर्ण जिले में सार्वजनिक स्थानों, राजकीय कार्यालयों एवं विद्यालयों में रंगोली बनाई गई। इस कार्य के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में ग्राम पंचायत स्तर पर तथा शहरी क्षेत्रों में विद्यालय के पेरीफेरी के अनुसार टीमों का गठन किया गया। इन टीमों ने सुबह से ही सार्वजनिक स्थानों तथा राजकीय भवनों पर रंगोली बनाकर कोरोना के प्रति जागरूकता का संदेश प्रदान किया।
आनासागर चौपाटी स्थित खरमोर स्थल पर राजकीय महात्मा गांधी विद्यालय वैशाली नगर द्वारा रंगोली का निर्माण किया गया। यहीं पर सैंड आर्टिस्ट अजय रावत द्वारा रेत की कलाकृति बनायी गई इसमें कोरोना से बचाव के उपायों को दर्शाया गया। इन रंगोलियों और सैंड आर्ट को बड़ी संख्या में शहर के लोग देखने पहुंचे। आमजन में इनके साथ सेल्फ ी का भी क्रेज रहा। चौपाटी पर जिला कलक्टर,जिला परिषद के सीईओ गजेन्द्र सिंह राठौड़,एडीएम कैलाश चंद्र शर्मा,पीआरओ भानू प्रताप गुर्जर, अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी दर्शना शर्मा आदि ने रंगोली अभियान का शुभारम्भ किया।
यहां हुए आयोजन पुरानी चौपाटी पर राजकीय बालिका विद्यालय क्रिश्यनगंज,मित्तल हॉस्पिटल पर राजकीय बालिका विद्यालय फ ॉयसागर रोड, बजरंगगढ़ पर मॉडल्स गल्र्स स्कूल, कलक्ट्रेट चौराहे पर राजकीय सावत्री बालिका विद्यालय, सिविल लाईन्स में जवाहर विद्यालय, गांधी भवन पर सेन्ट्रल गल्र्स स्कूल, जिला परिषद एवं सूचना केन्द्र पर जिला परिषद एवं सिंधी तोपदड़ा चौराहा पर राजकीय विद्यालय तोपदड़ा की टीमों द्वारा रंगोली बनायी गई।
जिले के राजकीय भवनों, कार्यालयों एवं विद्यालयों में भी रंगोली बनाकर आमजन को जागरूक किया गया। अभियान के प्रभावी समन्वय के लिए उपखंड अधिकारियों को अपने क्षेत्र के लिए मॉडल प्रभारी बनाया गया। स्थानीय विकास अधिकारियों ने भी ग्रामीण क्षेत्रों में मोनेटेरिंग करके कोरोना के प्रति जागरूक किया।
नरेगा श्रमिकों को भी बताया महत्व महात्मा गांधी नरेगा कार्य स्थलों पर भी श्रमिकों को जागरूक किया गया। इसमें श्रमिकों को कोरोना से बचाव के लिए सोशल डिस्टेंसिंग की आवश्यकता के बारे में जानकारी प्रदान की गई। नरेगा श्रमिकों को कोरोना से बचाव के लिए राज्य सरकार द्वारा जारी पेम्पलेट्स का वितरण किया गया।